न्यूज़- मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से इंसानियत की मिसाल और सौहार्द को मजबूती प्रदान करने वाली एक खबर सामने आई है। यहां पर एक हिन्दू महिला की मौत हो गई। लॉकडाउन के चलते महिला के परिजन और रिश्तेदार समय पर नहीं पहुंच सके। ऐसे में आस-पास रहने वाले मुस्लिम युवकों ने महिला की अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार किया है।
साम्प्रादियक सौहार्द का यह मामला भोपाल के टीला जमालपुरा की है। यहां की एक महिला की बुधवार को सामान्य मौत हो गई। गर्मी के कारण शव को ज्यादा समय तक बिना दाह संस्कार के रखना संभव नहीं था और दूसरी ओर महिला के रिश्तेदार पहुंच नहीं पा रहे थे।
कोरोना संकट और दुख के इस मौके पर टीला जमालपुरा के भाइयों ने इंसानियत दिखाई और महिला के अंतिम संस्कार को आगे आए। उन्होंने अपने स्तर पर अर्थी तैयार की और फिर कंधे देकर मोक्षधाम पहुंचे, जहां हिन्दू रीति रिवाज से दाह संस्कार किया। पूरे वाक्ये की इसकी तस्वीरें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते इसे आपसी सौहार्द और साम्प्रदायिक सद्भाव की तस्वीर बताया है।
आपको बता दें कि इससे पहले इसी तरह की तस्वीर इंदौर में भी देखने को मिली थी जहां साउथ तोड़ा इलाके में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला के निधन के बाद जब महिला के बेटों के पास अंतिम संस्कार के रुपए नहीं थे तो मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने पैसे से ना केवल महिला का अंतिम संस्कार किया था बल्कि उनकी अर्थी को कांधा भी दिया था।
जयपुर के भटटा बस्ती इलाके के न्यू संजय नगर में राजेन्द्र भागरी नाम का शख्स कैंसर से पीड़ित था। परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। आस-पास पड़ोस में किसी परिजन या रिश्तेदार का घर नहीं था। पूरा इलाका मुस्लिम बाहुल्य है। स्थानीय नागरिक पप्पू भाई ने बताया कि राजेन्द्र की मौत के बाद पता चला कि उनके अंतिम संस्कार में दिक्कत आ रही है। ऐसे में भटटा बस्ती इलाके के सभी मुस्लिम लोगों ने उनका अंतिम संस्कार किए जाने का फैसला किया।