न्यूज – भारत सरकार का केन्द्रीय अध्ययन दल आज कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये इंदौर में किये जा रहे कार्यों के संबंध में इंदौर पहुंचा। दल के सदस्यों ने कोरोना वायरस के रोकथाम तथा इससे निपटने के लिये किये जा रहे कार्यों तथा प्रयासों की जानकारी ली। संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी और कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने अध्ययन दल को इंदौर में किये जा रहे कार्यों और प्रयासों की जानकारी दी। अध्ययन दल ने इंदौर में अभी तक किये गये कार्यों की सराहना की।
इस अध्ययन दल में डॉ. जुगलकिशोर, डॉ. पी.पी.मदान. डॉ. रमेश अग्रवाल तथा डॉ. देवांग शामिल थे। उन्होंने एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पैथालॉजिस्ट और माइक्रो बायोलाजिस्ट से चर्चा की। उन्होंने नवनिर्मित वायरोलॉजी सेंटर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सेम्पलिंग और टेस्टिंग की जानकारी ली।
उन्होंने कलेक्ट्रेट में कमिश्नर श्री आकाश त्रिपाठी और कलेक्टर से बात की। इस अवसर पर कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि जिले में घर-घर जाकर स्वास्थ्य सर्वे का कार्य किया जा रहा है। इसके लिये 465 टीमों का गठन किया गया है। इन्हें प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण उपरान्त इन्होंने घर-घर जाकर सर्वे का कार्य शुरू किया। अभी तक टीमों द्वारा एक लाख परिवारों के लगभग 5 लाख व्यक्तियों का सर्वे किया जा चुका है। संदिग्ध व्यक्तियों के सैम्पल लिये जा रहे हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि शहर में राशन की सुलभता के लिये डोर-टू-डोर राशन पहुंचाने की व्यवस्था नगर निगम के माध्यम से की गई है। डोर-टू-डोर राशन पहुंचाने के लिये ऑनलाइन कम्पनियों को भी जवाबदारी दी गई है। निजी कम्पनियों द्वारा राशन का सामान घर-घर जाकर सप्लाई किया जा रहा है। पूरे इंदौर नगर की विशेष सफाई और सैनिटाईजेशन का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
केन्द्रीय अध्ययन दल ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों की सराहना की और उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कन्ट्रोल से हर संभव मदद दिलायेंगे। वे नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कन्ट्रोल से जिला प्रशासन इंदौर को प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग शीघ्र उपलब्ध करायेंगे। केन्द्रीय अध्ययन दल ने कोरोना नियंत्रण के लिये चलाये जा रहे जिला प्रशासन के अभियान को सराहा। इस दौरान अध्ययन दल के साथ अपर कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी श्री रोहन सक्सेना तथा डॉ. अमित मालाकार उपस्थित थे।