न्यूज़- कोरोना का कहर भारत में तेजी से बढ़ता जा रहा है। अब तक 74 हजार से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। वहीं इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंस ने भारत में कोरोना के संक्रमण दर को लेकर एक नई रिसर्च की है। जिसमें दावा किया गया है कि देश में कोरोना संक्रमण फैलने की दर कम है। मौजूदा वक्त में एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति औसतन 1.23 लोगों को संक्रमित कर रहा है। इस दर को रिप्रोडक्शन रेट या R नंबर कहते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 13 अप्रैल से 10 मई तक भारत में कोरोना का रिप्रोडक्शन रेट 1.23 रहा, जबकि कई इलाकों में 4 मई के बाद छूट दी गई थी। ये दर कुछ ही राज्यों में बढ़ी है, जहां पर कोरोना के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। लॉकडाउन के पहले चरण की शुरूआत में 27 मार्च से लेकर 6 अप्रैल तक R-नंबर 1.83 था। कोरोना के मरीजों की संख्या पर रिसर्च करने वाले सीताभरा सिन्हा के मुताबिक 17 मई तक सक्रिय मामलों की संख्या 70 से 80 हजार हो सकती है, जबकि मंगलवार को ये संख्या 46008 थी। देश में कोरोना से बुरी तरह प्रभावित दस राज्यों में R-नंबर 2.01 है। जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, वेस्ट बंगाल, आंध्र प्रदेश, पंजाब शामिल हैं।
भारत के चार राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली में देश के दो तिहाई से ज्यादा केस हैं। पंजाब में R नंबर 1.32 है, जबकि वहां पर नांदेड़ साहिब से श्रद्धालुओं के लौटने के बाद से मामले बढ़े हैं। पंजाब में अभी एक हजार लोगों पर 1.42 लोगों की टेस्टिंग हो रही है। वहीं बंगाल में 2100 के करीब मामले सामने आए हैं, जहां मई की शुरूआत में R नंबर 1.14 था। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में मामले तो बढ़े हैं, लेकिन उनकी टेस्टिंग संख्या कम है। जहां राजस्थान में एक हजार लोगों पर 2.15 लोगों की जांच हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश में एक हजार लोगों पर .58 और मध्य प्रदेश में .92 लोगों की जांच हो रही है।
बुधवार को कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या 74 हजार के पार पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान ही कोरोना वायरस के 3525 नए केस सामने आए हैं, जिसके बाद देश में मरीजों की संख्या बढ़कर 74281 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 122 मरीजों की मौत हुई है और मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 2415 हो गया है। हालांकि राहत की बात ये है कि अभी तक 24386 मरीज ठीक भी हो चुके हैं।