न्यूज़- कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी का कहर उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में थम नहीं रहा है। आगरा में 27 नए संक्रमित मरीज मिले है। नए संक्रमित मरीजों में सजायाफ्ता कैदी भी है। वहीं, अब उसके संपर्क के अन्य कैदियों और कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है। इन सभी का कोरोना टेस्ट भी कराया जाएगा। बता दें कि जिले में अब तक 667 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें 269 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। अब तक 16 की मौत हो चुकी है। मृतकों में एक महिला सिपाही भी शामिल है।
बता दें कि संक्रमित कैदी झांसी का रहने वाला है। उसकी उम्र करीब 60 साल है। हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा हुई है। ब्रेन स्ट्रोक होने पर उसे तीन मई को एस एन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था और कोरोना के लक्षण मिलने पर चार मई को उसके सैंपल लिए गए थे। बुधवार शाम को आई रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोरोना की पुष्टि होने के बाद जेल की बैरक में हड़कंप मच गया। जिसके बाद कैदी की कॉन्टेक्ट हिस्ट्री तलाशी जा रही है। उसके संपर्क के अन्य कैदियों और कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है।
डीआईजी जेल लव कुमार ने बताया कि बंदी कोरोना पॉजिटिव मिलने पर जेल परिसर को सेनेटाइज कराया गया है। जेल में पहले से सेनेटाइजेशन हो रहा था। मुलाकात बंद थी। स्टाफ को भी सेनेटाइज होने के बाद ही अंदर जाने दिया जाता है। डीआईजी का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से ही जेल में मुलाकात बंद है ऐसे में कोई बाहरी नहीं आ सकता है।
एक आशंका यह है कि वह जेल परिसर में ही संक्रमित हो गया हो। क्योंकि जेल के कई कर्मचारी बाहर से अंदर आते जाते हैं। दूसरी आशंका यह है कि बंदी को एसएन मेडिकल कॉलेज में संक्रमण लगा हो। एसएन में कई कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। अब संक्रमित बंदी के साथ एक ही बैरक में रहने वाले अन्य बंदियों के भी संक्रमित होने की आशंका बढ़ गई है।