न्यूज़- चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस का कहर जारी है। दुनिया के सभी देश इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। भारत में भी लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली स्वास्थ्य विभाग पर कोरोना से मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगा था। इससे जुड़ा एक और मामला सामने आया है, जिसने केजरीवाल सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दिल्ली में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत होने के बाद उसके डेथ सर्टिफिकेट में कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के खजुरी निवासी एक 70 वर्षीय शख्स दो मई को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद चार मई को उनका निधन हो गया, लेकिन उनके डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण देख सब हैरान रह गए। उनमें कोरोना वायरस की जगह मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट लिखा था। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़े हो गए हैं। इससे पहले लोकनायक अस्पताल में मौत के आंकड़ों में गड़बड़ी पाई गई थी। जिसको लेकर जांच चल रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक मरीज को राम मनोहर लोहिया अस्पताल से राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल शाम चार बजे एंबुलेंस से लाया गया था। उस दौरान मरीज हांफ रहा था और ब्लड प्रेशर रिकॉर्ड करने लायक नहीं था। मरीज के आने के आधे घंटे बाद उसका सीपीआर शुरू किया गया, लेकिन तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी। डेथ सर्टिफिकेट के मुताबिक मरीज की मौत 4 मई को शाम 4.45 पर हुई। इसके बाद उसके परिवार वालों को जानकारी दी गई। कोरोना संक्रमित व्यक्ति पेशे से ड्राइवर था, जो हिमाचल प्रदेश में ट्रक चलाता था। साथ ही वो 2008 में एचआईवी से संक्रमित पाया गया था।
कोरोना वायरस देश में तेज रफ्तार से पैर पसार रहा है, जहां अब तक कोरोना के 91,315 पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। इसमें 2897 लोगों की मौत हुई है। राजधानी दिल्ली भी कोरोना से बुरी तरह प्रभावित है, जहां अब तक 9,755 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 148 लोगों की मौत हुई है। इस बीच एक राहत भरी खबर भी सामने आई है, जहां दिल्ली में अब तक 4202 लोग रिकवर हो चुके हैं, जिससे अब एक्टिव केस की संख्या 5405 ही है। केजरीवाल सरकार कई अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल कर रही है, जिससे रिकवरी रेट को बढ़ाया जा सके।