डेस्क न्यूज़- एक दामाद अपनी बीमार सास को दिल्ली से लेकर गाजियाबाद के अस्पतालों के बीज भटकता रहा। लेकिन किसी भी अस्पताल में इलाज नहीं मिल पाया। बुधवार सुबह जब वह गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल पहुंचे, तो उनकी सास की तबीयत खराब हो गई थी। सांस लेने में बहुत कठिनाई हो रही थी, वह थक गई थी और दखते ही देखते अस्पताल के सामने महिला की मौत हो गई। नही मिला इलाज ।
दरअसल, गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल के बाहर
दिल्ली की रहने वाली सुनीता कक्कड़ (65) ने इलाज के
अभाव में दम तोड़ दिया। सुनीता कक्कड़ कई दिनों से बीमार थीं। परिजन उन्हें दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में ले गए,
लेकिन जब किसी अस्पताल ने सुनीता को वहां भर्ती नहीं किया, तो वह उन्हें गाजियाबाद लेकर आए।
मृतक के दामाद संजीव चड्ढा ने कहा कि वह सुनीता का इलाज
कराने के लिए दिल्ली से गाजियाबाद आया था। क्योकि उसे दिल्ली के किसी अस्पताल में इलाज की कोई सुविधा नहीं मिली। वह पहले संजय नगर के संयुक्त अस्पताल में पहुंचे, जहां से उन्हें जिला एमएमजी अस्पताल में जांच के लिए भेजा गया।
एमएमजी अस्पताल में सुनीता की रिपोर्ट पॉजिटिव आई लेकिन भर्ती में देरी के कारण अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई। वह काफी देर से एम्बुलेंस में तड़प रही थी, उसे सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी मगर उसे हॉस्पिटल में भर्ती नहीं किया जा सकता था। इस घटना के बाद परिवार के सदस्यों ने सरकारी सिस्टम पर सवाल उठाए हैं।