न्यूज़- हाल ही में महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में रेल पटरी के सहारे अपने घरों को निके 16 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी। ऐसी ही एक घटना सामने आई है दिल्ली से, जहां रेल पटरी के सहारे बिहार के छपरा जा रहे पांच मजदूरों को बदमाशों ने बुधवार तड़के लूट लिया। हालांकि, इस दौरान मजदूरों ने एक बदमाश को मौके पर ही पकड़ लिया। बाद में पटेल नगर पुलिस ने दो और बदमाशों को एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया।
मायापुरी इंडस्ट्रियल एरिया में छपरा के रहने वाले विजय अपने चार दोस्तों के साथ काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनका काम बंद हो गया। पैसा खत्म होने पर पांचों युवक बुधवार तड़के मायापुरी से पैदल छपरा के लिए चल दिए। हालांकि किसी भी मजदूर को रास्ता नहीं मालूम था, इसलिए उन्होंने रेल पटरी की मदद से आगे बढ़ना शुरू किया। इस दौरान वह अभी पटेल नगर में पहुंचे थे, तभी बदमाशों ने चाकू की नोक पर उनसे रुपये और मोबाइल लूट लिए।
हालांकि इस दौरान मजदूरों ने अमर नाम के बदमाश को दबोच लिया, जबकि उसके दूसरे साथी भाग निकले। फिर पीड़ितों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई और एसआई सोहन लाल को जांच सौंपी गई। पुलिस ने अमर की निशानदेही पर सोनू और अर्जुन को बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। लूट का सामान रखने वाले एक नाबालिग को भी धर दबोचा।
पांचों मजदूर पहले सड़क के रास्ते से घर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस के डर से ऐसा नहीं कर पाए। वे छपरा जाने के लिए घर से निकले तो पुलिस ने टोक दिया। इसके बाद उन्होंने रेल की पटरी पकड़ ली, लेकिन उन्हें रेलवे पटरी पर ही लूट लिया गया और पुलिस ने दोबारा मायापुरी इलाके में भेज दिया है।
पीड़ित मजदूरों में से एक विजय ने बताया कि लॉकडाउन में हर एक दिन बड़ी मुश्किल से बीत रहा है। हम रोटी के लिए दूसरे पर आश्रित हैं। वहीं दूसरे पीड़ित संतोष का कहना था कि अब तो ऐसा लगने लगा था कि कोरोना से हम सभी यहीं मर जाएंगे, इसलिए पैदल ही घर निकलने का निर्णय लिया।