डेस्क न्यूज़ – तहसीलदार द्वारा गेहूं बेचने वाले किसान को डंडों की बिक्री की घटना ने जोर पकड़ा है। भाजपा–कांग्रेस नेताओं ने बड़ौदा तहसीलदार शिवराज मीणा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कुछ नेता घायल किसान को लेकर पंडोला चौकी पहुंचे और तहसीलदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की, लेकिन तहसीलदार के खिलाफ पोस्ट पर आवेदन नहीं लिया गया। इसके बाद, भाजपा नेता किसान को लेकर कलक्ट्रेट और एसपी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्हें जांच का आश्वासन देकर लौटा दिया गया। सोशल मीडिया पर की जा रही पोस्टों में तहसीलदार के खिलाफ लोगों का गुस्सा झलक रहा था। तहसीलदार के खिलाफ शिकायतें श्योपुर कलेक्टर से लेकर भोपाल और मानवाधिकार आयोग तक की हैं।
गौरतलब है कि शनिवार को जैसे ही पंडोला के किसान रमेश पुतरा सीताराम सुमन का वजन हुआ, जो सलमान्या साइलो सेंटर में गेहूं बेचने के लिए चार दिनों से कतार में थे, उनका गेहूं सैंपल में फेल हो गया था। जब वह इस बारे में शिकायत लेकर तहसीलदार शिवराज मीणा के पास पहुंचा, तो तहसीलदार ने उसके हाथों और पैरों में डंडे मारे थे। इस घटना के बाद बड़ौदा तहसीलदार को चौतरफा आक्रोश और आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, तहसीलदार इन सभी बातों का खंडन कर रहे हैं और उन्हें झूठे आरोप लगा रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इस हंगामे के बाद साइलो सेंटर ने किसान रमेश माली का गेहूं भी खरीद लिया, जिसे शनिवार को हल्की गुणवत्ता के आधार पर खारिज कर दिया गया। कांग्रेस के जिला प्रवक्ता सीपी शर्मा ने तहसीलदार के खिलाफ मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है। दूसरी ओर, भाजपा नेताओं रामलखन नपाखेड़ी, महावीर मीणा, जुगनू सिकरवार आदि ने भोपाल और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा इस बारे में सांसद से शिकायत की है।
पूर्व विधायक ब्रजराज सिंह चौहान उक्त किसान के साथ पंडोला चौकी पहुंचे और तहसीलदार पर मारपीट के मामले में एफआईआर के लिए आवेदन दिया, लेकिन तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करने में पोस्ट ने साहस नहीं दिखाया। इसके बाद पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय, बृजराज सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाट, पूर्व जिलाध्यक्ष महावीर सिंह सिसोदिया, वरिष्ठ नेता कैलाश नारायण गर्ग, बिहारी सिंह सोलंकी घायल किसान के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। एडीएम सुनील राज नायर और तत्कालीन एडिशनल एसपी पीएल कुर्वे ने तहसीलदार पर एफआईआर के लिए आवेदन किया। एडिशन एसपी ने किसान को मेडिकल के लिए अस्पताल भेजा है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाट सलमान्या केंद्र पहुंचे और वहां कतार में लगे किसानों से कहा कि जो किसान एसएमएस कर रहे हैं, वे अपनी फसल लेकर तौल केंद्र पर पहुंचे। जिन्हें एसएमएस नहीं मिल रहे हैं, वे केंद्रों पर पहुंचकर अपनी और प्रशासन की समस्याओं को अनावश्यक रूप से न बढ़ाएं। किसानों का विश्वास है कि जब तक खरीद केंद्र बंद नहीं होंगे तब तक किसान का एक भी दाना नहीं खरीदा जाएगा। किसानों ने पूर्व जिलाध्यक्ष महावीर सिसोदिया को बताया कि गलत जानकारी देकर अधिकारी साफ फसल को कचरा मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस फसल को खारिज किया जा रहा है, उसे साफ करके मौके पर खरीदा जाएगा। इसके लिए किसानों को दोबारा लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।