डेस्क न्यूज़ – कोरोना संक्रमण के कारण देश भर में लागू तालाबंदी से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के मूल्यांकन कार्य काफी प्रभावित हुए हैं। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन के पहले चरण को जल्द से जल्द पूरा करने का इरादा रखता है। इसलिए शिक्षकों को उत्तर पुस्तिका देकर घर से मूल्यांकन शुरू करने के लिए कहा गया है।
इधर, मंडल ने ग्रीन ज़ोन में पड़ने वाले ऐसे जिलों के कलेक्टरों से कहा कि वे समन्वय संस्था में अपना सामूहिक मूल्यांकन कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए जिलों में संक्रमण की रोकथाम के लिए उचित उपाय और संसाधन होने चाहिए। हालांकि, कलेक्टर सामूहिक मूल्यांकन शुरू करने या न करने के लिए मंडल की दिशा में दुविधा में है, क्योंकि कोरोना संक्रमण अभी तक उनके जिलों में हावी नहीं हुआ है, लेकिन मूल्यांकन कार्य स्थिति को खराब कर सकता है।
बताया जा रहा है कि शिवपुरी, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, भिंड, गुना, अशोकनगर, दतिया, नीमच, झाबुआ, सीहोर सहित कुल 29 जिले ग्रीन ज़ोन में हैं जहाँ 10 दिनों में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस का पता नहीं चला है। मंडल ने इन जिलों के समन्वय केंद्रों में मूल्यांकन करने के लिए कलेक्टरों को जिम्मेदारी दी है, लेकिन कलेक्टर मूल्यांकन केंद्र में प्रविष्टियों की जांच करने के लिए सहमत नहीं हैं।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने ग्रीन जोन में आने वाले कलेक्टरों को स्पष्ट रूप से कहा कि वे केंद्र और राज्य सरकार की कोरोना ट्रांजिशन प्रिवेंशन गाइड लाइन का पालन करके समन्वय संस्था में मूल्यांकन करवा सकते हैं, लेकिन कलेक्टर पूरी तरह से स्वतंत्र हैं कि उनके पास कैसे है के साथ मूल्यांकन करने के लिए।