न्यूज़- राजस्थान कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अब 36 सौ से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। वहीं, दूसरे राज्यों और विदेशों में भी राजस्थान के कई लोग फंसे हुए हैं। अब तजाकिस्तान से खबर है कि वहां पर भारत के 1287 छात्रों की घर वापसी लॉकडाउन के चलते अटकी हुई है। इनमें 830 छात्र अकेले राजस्थान से हैं।
मीडिया से बातचीत में राजस्थान की छात्रा मुदिता गौड़ ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते वह भी अन्य भारतीय छात्रों के साथ तजाकिस्तान में फंसी हुई हैं। सभी छात्र यहां एमबीबीएस करने के लिए आए हुए हैं। फिलहाल स्थिति यह है कि सात दिन से चाय-कॉफी के लिए दूध तक नहीं मिल रहा। फाइनल ईयर के एग्जाम भी डरते-डरते देने पड़ रहे हैं।
इधर, राजस्थान के सबसे बड़े कोरोना हॉटस्पॉट जयपुर के रामगंज में दो पुलिस मित्रों पर हमले का मामला सामने आया है। ये पुलिस मित्र रामगंज कर्फ्यू क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और आवाजाही की निगरानी के लिए ड्रोन उड़ा रहे थे। संजय बाजार निवासी आकिब कुरैशी ने रामगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके दो साथी एचएआर कॉलोनी में ड्रोन से निगरानी और रिकॉर्डिंग कर कर रहे थे। इस दौरान कॉलोनी से निकले कुछ लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट की।
राजस्थान की झीलों की नगरी उदयपुर में अचानक कोरोना विस्फोट हुआ है। अब तक उदयपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या गिनती की थी, मगर अब सौ को पार कर गई है। यहां के कोरोना एपिसेंटर कांजी का हाटा क्षेत्र में शुक्रवार को एक ही दिन में 57 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें 34 महिलाएं शामिल हैं। इनमें एक 9 साल की बच्ची भी है। 26 सफाईकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं। 9 मई दोपहर दो बजे तक यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 102 हो गया।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 100 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें जयपुर 56 (इनमें दो यूपी से), जोधपुर 17, कोटा 10, अजमेर 4, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, नागौर, सीकर और भरतपुर में 2-2, करौली, प्रतापगढ़, अलवर, बीकानेर, सवाई माधोपुर और टोंक में एक-एक की जान गई।