Coronavirus

कोरोना को भगाने के चककरो में झारखंड में 400 बकरियों की दी बलि

Sidhant Soni

न्यूज़- एक तरफ जहां देश में कोरोना वायरस का असर बढ़ रहा है। वहीं कोरोना को लेकर लोगों के बीच अंधविश्वास भी बढ़ता जा रहा है। यूपी और बिहार में कोरोना वायरस को भगाने के लिए कोरोना मइया की पूजा की खबरें सामने आईं। इसी क्रम में अब झारखंड के कोडरमा जिले से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां कोरोना वायरस को भगाने के लिए लोग अंधविश्वास का सहारा ले रहे हैं। यहां एक गांव में 400 बकरों की बलि दे दी गई। घटना चंदवारा प्रखंड के अंतर्गत उरवां स्थित देवी मंदिर की है।

दरअसल, गांव के मठाधीशों ने एक परिवार पर एक-एक बकरे की बलि की बात तय की थी। गांव के ज्यादातर लोगों ने इस निर्देश का समर्थन किया। इसके बाद गांव के लोगों ने मंदिर में रंगाई-पुताई की फिर पांच संध्या मंदिर में पाठ की और हवन किया गया। हवन के बाद बलि का कार्यक्रम शुरू किया गया। सबसे पहले बांगते हुए मुर्गे की बलि दी गई। फिर बाद एक-एक करके 400 बकरों की बलि दे दी गई।

बलि देने के बाद गांव के सभी लोग आश्वास्त थे कि उन्होंने देवी को खुश कर दिया है और अब कोरोना नहीं आएगा। इस पूजा के दौरान सैकड़ों महिला और पुरुष उरवां देवी मंदिर में पहुंचे। हालांकि पूजा के वक्त किसी ने भी सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो नहीं किया और न ही किसी ने मास्क लगा रखा था। सरकार के निर्देश का किसी तरह से पालन नहीं हुआ है। गांव के मठाधीशों ने एक परिवार के पीछे एक बकरे की बलि निर्धारित की थी।

गांव में करीब 500 हंड़िया हैं, इनमें लगभग 80 फीसद लोग कोरोना वायरस को दूर भगाने के लिए देवी माता को खुश करने को बकरे की बलि चढ़ा रहे हैं। इससे पहले लोगों ने गांव के मंदिर की रंगाई-पुताई भी की और पांच संध्या मंदिर में पाठ की थी। पाठ का समापन आज हुआ। इसके बाद हवन किया गया। हवन के पश्चात बलि की शुरुआत की गई। इस संबंध में ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि गांव में कोरोना ना फैले, इसीलिए माता की पूजा सामूहिक रूप से की जा रही है।

वहीं गांव के पुरुष इसपर प्रतिक्रिया देने से बचते रहे। दूसरी तरफ कोडरमा के एसडीओ विजय वर्मा ने दैनिक जागरण से बात करते हुए कहा, मामले की जांच की जा रही है और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ़ कार्रवाई होगी। धार्मिक स्थलों को पूरी तरह से बंद रखने के निर्देश हैं। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।

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