न्यूज़- दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ चौथा नोटिस जारी किया है। बता दें कि कोरोना संकट के समय सरकार के निर्देशों की अनदेखी करने के बाद, मौलाना साद एक धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन के आरोप में लगभग एक महीने से फरार है। हालांकि, इस बीच, मौलाना ने एक ऑडियो संदेश जारी कर खुद को संगरोध में होने की सूचना दी। मौलाना साद की तलाश में दिल्ली पुलिस भी उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर रही है।
पिछले महीने मार्च में तालाबंदी के बाद, निजामुद्दीन मरकज में रहने वाले 2000 से अधिक जमात को हटा दिया गया था। इससे पहले, कई जमाती सदस्य देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचे थे। जांच के दौरान, यह पाया गया कि कोरोना 600 से अधिक जमातों में सकारात्मक है, जिसके बाद सरकार ने सभी राज्यों को तब्लीगी जमात के सदस्यों की पहचान करने और उनके कोरोना परीक्षण करने का निर्देश दिया। इस बीच मौलाना साद मौका पाकर फरार हो गया, जिसकी पुलिस को तलाश है। दिल्ली पुलिस ने पहले मौलाना साद के खिलाफ तीन बार नोटिस जारी किया था और आत्मसमर्पण करने को कहा था।
चौथे नोटिस में दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद को सरकारी लैब में कोरोना टेस्ट कराने को कहा है। इसके अलावा क्राइम ब्रांच के सूत्रों से खबर मिली है कि मौलाना साद को इसलिए नोटिस भेजा गया है क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। हाल ही में निजामुद्दीन मरकज के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद के एक अधिवक्ता ने दावा किया था कि तबलीगी जमात के प्रमुख ने सरकार और निजी लैब में अपना कोरोना वायरस का टेस्ट कराया है, सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। वकील ने यह भी दावा किया था कि जांच रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को भी सौंप दी गई है।