डेस्क न्यूज़ – कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने में पाकिस्तान लगातार विफल हो रहा है। इसका एक कारण यह है कि उपचार के लिए बुनियादी चिकित्सा सुविधाएं नहीं हैं। दूसरी ओर, चीन से भेजे गए उपकरण नकली निकले और मास्क और पीपीई किट भी द्वितीयक स्थिति के पाए गए। इसलिए, कोरोना के मामले नियंत्रण में नहीं हैं। पिछले 24 घंटों में 2,193 नए मामले सामने आने के बाद गुरुवार को पाकिस्तान में कोविद -19 रोगियों की संख्या 48,000 से अधिक हो गई। वहीं, 32 मरीजों की मौत के साथ मृतकों की कुल संख्या 1,017 तक पहुंच गई है।
ऐसे में पीएम इमरान खान ने भी कहा है कि जब तक वैक्सीन नहीं लग जाती, तब तक देश को कोरोना वायरस के साथ रहना सीखना होगा। सिंध में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, जहां 18,964 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद पंजाब में 17,382, खैबर–पख्तूनख्वा में 6,815, बलूचिस्तान में 2,968, इस्लामाबाद में 1,235, गिलगित–बाल्टिस्तान में 579 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 148 लोग थे। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 14,155 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पाकिस्तान में पिछले 24 घंटों में 15,346 कोरोना वायरस परीक्षण किए गए हैं, जो एक दिन में सबसे अधिक है। अधिकारियों ने अब तक कुल 4 लाख 29,600 लोगों की जांच की है। योजना मंत्री असद उमर ने मंगलवार को दैनिक परीक्षणों की संख्या बढ़ाने के बाद कहा कि पाकिस्तान को घातक वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रति दिन 30,000 परीक्षण करने होंगे।
पाकिस्तान में हर दिन 25,000 से अधिक परीक्षण किए जा रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश मई के अंत या जून की शुरुआत में प्रति दिन 30,000 परीक्षण शुरू करेगा। इस बीच, पाकिस्तान फेडरल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (PFUJ) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना ने देश में तीन पत्रकारों को खो दिया है और 156 अन्य संक्रमित हो गए हैं। बुधवार को जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में महामारी की चपेट में आने के बाद सबसे ज्यादा पीड़ित कैमरन और फोटो पत्रकार हैं।