डेस्क न्यूज़- राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामले हर दिन तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में, 14,622 नए संक्रमण पाए गए हैं। वहीं, 62 लोगों की मौत हो गई। आलम यह है कि एक सप्ताह पहले तक मध्य प्रदेश की तुलना में यहां कम मामले सामने आ रहे थे, लेकिन आज राजस्थान ने भी मध्य प्रदेश को पीछे छोड़ दिया है। मध्य प्रदेश में आज 13,107 नए मामले सामने आए हैं। राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मामलों और रोगियों के मद्देनजर, सरकार ने अब निजी अस्पतालों को कोविड रोगियों के लिए 50% बेड आरक्षित करने के आदेश जारी किए हैं।
राज्य में सरकार के लिए सबसे बड़ी समस्या बढ़ते
सक्रिय मामलों का ग्राफ है। आज सक्रिय मामलों
की संख्या 96,366 तक पहुंच गई। एक हफ्ते में
यह लगभग दोगुना होकर 95 फीसदी हो गया।
एक सप्ताह के भीतर, 47 हजार 90 सक्रिय मामले बढ़ गए हैं। वही रिकवरी बहुत कम है, केवल एक सप्ताह में 18078 रोगी
ठीक हुए हैं। जिस गति के साथ सक्रिय मामले बढ़ रहे हैं, गुरुवार को यह एक लाख तक पहुंच जाएगा।
आज, कोरोना के रिकॉर्ड 3101 नए मरीज जयपुर में पाए गए, जबकि 5 लोगों की जान चली गई। वहीं, जोधपुर में 1523 मामलों के साथ, आज जोधपुर में मौत का नया रिकॉर्ड बन गया हैं। यहां 18 लोगों की मौत हो गई। वही कोटा में 1121 और उदयपुर में 1101 मरीज पाए गए हैं। इसके अलावा, सिरोही, बीकानेर, भीलवाड़ा और अलवर ऐसे जिले हैं जहाँ रोगियों की संख्या 500 से अधिक मिली है।
अस्पतालों में बढ़ते कोरोना मामले और बिगड़ती व्यवस्था के मद्देनजर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से फोन पर बाद करके और पत्र लिखकर तुरंत 120 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन प्रदान करने की मांग की है।
साथ ही, शर्मा ने राष्ट्रीय योजना में आवंटित ऑक्सीजन के निर्धारित कोटा को बढ़ाकर 250 मीट्रिक टन और इस महीने के अंत तक 325 मीट्रिक टन तक बढ़ाने के लिए कहा है। इसके अलावा, उन्होंने कोरोना के उपचार में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है। इसके साथ, चिकित्सा मंत्री ने राज्य के सभी 25 लोकसभा और 10 राज्यसभा सदस्यों को पत्र लिखा है कि राज्य को आवंटित मेडिकल ऑक्सीजन कोटा बढ़ाने में सहयोग करें।