भारतीय महिला वालीबाल टीम की पूर्व कप्तान और महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का यहां रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया। उन्होंने मोहाली के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 85 वर्ष की थीं। मिल्खा सिंह के परिवार ने एक बयान में कहा कि हमें यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि कोरोना वायरस के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लडऩे के बाद निर्मल मिल्खा सिंह का रविवार शाम चार बजे निधन हो गया।
वह कोरोना निमोनिया से पीडि़त थी और चार जून से हाई फ्लो नेजल कैनुला (एचएफएनसी) और नॉन इनवेसिव वेंटिलेशन (एनआईवी) सपोर्ट पर थी। उनके परिवार में मिल्खा सिंह, तीन बेटी डा. मोना सिंह, अलीजा ग्रोवर, सोनिया सनवल्का और पुत्र जीव मिल्खा सिंह हैं। दिवंगत निर्मल का रविवार शाम को ही अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
पीजीआईएमईआर के आईसीयू में भर्ती मिल्खा सिंह अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके। उल्लेखनीय है कि मिल्खा सिंह ने अपनी आत्मकथा 'द रेस ऑफ माई लाइफ के ' द ज्वेल्स इन माई क्राउन ' नामक एक अध्याय में लिखा है, " निम्मी (निर्मल) एक समर्पित पत्नी और मां हैं। मैं अभी भी हैरान हूं कि वह अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन दोनों का कितनी कुशलता से प्रबंध करती हैं।
भारतीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल कौर की उम्र 82 साल थी। रोम ओलिंपिक के बाद उनकी मिल्खा सिंह से शादी हुई थी। पति के संक्रमित होने के कुछ दिन बाद उनकी भी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। बीते तीन हफ्ते से उनका चंडीगढ़ में इलाज जारी था। माता-पिता की देखभाल के लिए मशहूर गोल्फर जीव 22 मई को ही दुबई से चंडीगढ़ आ चुके हैं जबकि अमेरिका में रहने वाली डॉक्टर बेटी मोना मिल्खा सिंह भी यहीं है।
एक इंटरव्यू में मिल्खा सिंह ने अपनी लव लाइफ के बारे में कई खुलासे किए थे। फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर इस एथलीट ने बताया था, 'जो मेडल 1960 मे रोम मे मुझे नहीं मिला था वो बाद में मुझे मिल गया। मेरा सबसे अच्छा मैडल है मेरी वाइफ निर्मल। उस समय वह भारत की वॉलीबॉल टीम की कप्तान थी। हालांकि हमारा प्यार परवान चढ़ा कोलंबो में, जब दोनों इंडो-सिलोन खेलों मे हिस्सा ले रहे थे।' निर्मल ने भी बताया था कि वे मिल्खा की बहुत बड़ी फैन थीं और ऑटोग्रॉफ लेती रहती थीं। थोड़ा शर्मा कर बोल पड़ी कि वे थे ही इतने स्मार्ट और मशहूर की प्यार तो होना ही था।