Coronavirus

MP में 10वीं व 12वीं को छोड़कर सभी कक्षाओं की ऑनलाइन पढ़ाई पर लगी रोक

राहत की बात यह है कि पिछले 24 घंटे में 12,756 संक्रमित मिले हैं, जबकि उससे 1398 ज्यादा लोग स्वस्थ हुए हैं

Ranveer tanwar

मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर 10वीं व 12वीं

को छोड़कर सभी अन्य कक्षाओं की ऑनलाइन क्लास को 31 मई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

लोक शिक्षण की आयुक्त जयश्री कियावत ने बताया कि वर्तमान में कोविड संक्रमण

के विस्तार के चलते विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा

10वीं और 12वीं के अलावा अन्य कक्षाओं की ऑनलाइन पढ़ाई को संचालित नहीं किए जाने का निर्णय लिया गया है।

बताया गया है कि यह निर्णय सभी शासकीय एवं अशासकीय सीबीएसई,

आईसीएसई, माध्यमिक शिक्षा मंडल या किसी भी बोर्ड से संबद्ध सभी विद्यालयों पर लागू होगा।

वही मध्यप्रदेश में पिछले 7 दिन में नए संक्रमितों की संख्या 13 हजार 500 से ज्यादा नहीं बढ़ पाई,

जबकि सैंपल टेस्ट की संख्या 60 हजार तक पहुंच गई है।

राहत की बात यह है कि पिछले 24 घंटे में 12,756 संक्रमित मिले हैं,

जबकि उससे 1398 ज्यादा लोग स्वस्थ हुए हैं। इस दौरान 105 मौतें भी हुईं, जो एक दिन में अब तक का सबसे ज्यादा हैं।

भोपाल जितनी ही 5 मौतें गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के क्षेत्र दतिया में हुई है।

इससे पहले 23 अप्रैल को 104 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा था। इधर, होशंगाबाद जिले में लॉकडाउन को 10 मई की सुबह 6 बजे तक बढ़ा दिया गया है। आदेश में कहा है कि शहरों और गांवों में सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराया जाए।

ऑक्सीजन की खपत करीब 200 टन बढ़ गई है।

अब चिंता की बात यह है कि बड़े शहरों की तरह छोटे शहरों में भी मौतें होने लगी हैं। इंदौर के बाद रायसेन में 9 मौतें हुई हैं। यह स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी का क्षेत्र है। भोपाल जितनी ही 5 मौतें गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के क्षेत्र दतिया में हुई है।

प्रदेश में अब कुल एक्टिव केस 92,773 हो गए हैं। इसमें से 14,202 मरीज ऑक्सीजन बेड पर हैं, जबकि आईसीयू बेड पर 7255 मरीज कोराेना से जंग कर रहे हैं। 10 दिन पहले 18 अप्रैल को 11,526 मरीज ऑक्सीजन बेड और 6,107 मरीज आईसीयू बेड पर थे। यही वजह है कि ऑक्सीजन की खपत करीब 200 टन बढ़ गई है।

छोटे जिलों में बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा

इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर के साथ ही छोटे शहरों में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले 24 घंटे में इंदौर (10) के बाद सबसे ज्यादा 9 मौतें रायसेन में हुई। यह स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. प्रभुराम चौधरी का गृह जिला है। यहां अब तक 73 मौतें हो चुकी है। इसमें से 26 मौतें अप्रैल माह में हुईं। इसके अलावा दतिया में 5, रतलाम, नीमच, विदिशा, बैतूल में 4-4 और खरगोन, मुरैना और सिंगरौली में 3-3 मौतें दर्ज की गई।

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