Coronavirus

‘कोरोनिल’ के ट्रायल को ख़ारिज करते हुए NIMS चेयरमैन ने बाबा को दिया झटका

Dharmendra Choudhary

डेस्क न्यूज़ – कोरोना वायरस के इलाज के लिए, पतंजलि आयुर्वेद ड्रग कोरोनिल को लेकर विवाद रोकने का नाम नहीं ले रहा है। योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है कि उनके पतंजलि संस्थान ने 100 प्रतिशत कोरोना को ठीक करने के लिए एक दवा ढूंढ निकली है। दवा के लॉन्च होते ही कई सवालो के साथ इस दवा को विवादों में घेर लिया गया। जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी (NIMS) के अध्यक्ष डॉ बीएस तोमर, जिनके साथ बाबा रामदेव ने परीक्षण का दावा किया है, उन्होंने बताया की उन्होंने किसी भी कोरोनिल का परीक्षण नहीं किया है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, जयपुर के चेयरमैन, बीएस तौमर
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, जयपुर के चेयरमैन, बीएस तौमर

आयुष मंत्रालय ने सबसे पहले उठाया था सवाल

कोरोनिल लॉन्च होते ही आयुष मंत्रालय हरकत में गया था। आयुष मंत्रालय ने इस दवा के के लॉन्च होते ही इसके विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया था और पतंजलि के दावे पर कई सवाल उठाए थे। इसी महीने 23 जून को, हरिद्वार में बाबा रामदेव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। कोरोना के खिलाफ सुरक्षा के लिए तीन  आयुर्वेदिक दवाओं का शुभारंभ किया गया था। बाबा रामदेव ने इन दवाओं के 100% कोरोना उपचार का दावा किया है। लेकिन लॉन्च होने के 6 घंटे के भीतर, आयुष मंत्रालय ने दवा के प्रचार को रोक दिया था।

उत्तराखंड आयुर्वेदिक विभाग ने जारी किया नोटिस

उत्तराखंड आयुर्वेदिक विभाग ने भी उनके खिलाफ नोटिस जारी किया है। विभाग ने कहा कि इस दवा को बुखारखांसीजुकाम की दवा बताकर लाइसेंस दिया गया था, यह नहीं बताया गया था कि वे कोरोना के लिए दवाएं बना रहे हैं या नहीं। इसके बाद बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में दवा के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया। कोरोनिल दवा की बिक्री पर राजस्थान और महाराष्ट्र सरकारों ने प्रतिबंध लगा दिया है।

बिहार में बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ मुकदमा

योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा कोरोना वायरस की दवा बनाने के दावे का मामला अदालत में भी पहुंच गया है। बिहार के मुजफ्फरपुर की अदालत में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण पर देश को दवा के नाम पर ठगने का आरोप लगाते हुए बुधवार को मुकदमा दायर किया गया है।

ये निर्देश और जानकारी पंतजलि के दवा पैक पर दी गई 

इसकी खुराक के लिए, पंतजलि ने दवा के पैक पर निर्देश दिए है, भोजन के आधे घंटे बाद 2-2 गोलियां गर्म पानी के साथ सेवन की जानी चाहिए। उपरोक्त दवाओं का सेवन और मात्रा 15 से 80 वर्ष की आयु के लोगों के लिए उपयुक्त है। छह से 14 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए आधी अनुशंसित खुराक का उपयोग किया जा सकता है।

15 से 80 वर्ष की आयु के बीच के लोगों के लिए उपयुक्त

इसकी खुराक के लिए पंतजलि की दवा के पैक पर दिए निर्देश में बताया गया है, कोरोनिल की 2-2 गोलियों का भोजन के आधे घंटे बाद गर्म पानी के साथ सेवन किया जाना चाहिए. ऊपर बताई गई दवा का सेवन और मात्रा 15 से 80 वर्ष की आयु के बीच के लोगों के लिए उपयुक्त है. बताई गई खुराक की आधी मात्रा का इस्तेमाल छह से 14 साल की उम्र के बच्चों के लिए किया जा सकता है. जा रहा है। 

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