चीन से फैला कोरोना वायरस आज दुनिया में कोहराम मचा रहा है। 2019 के अंत में, कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से फैल। यह संक्रमण इतनी खतरनाक गति से फैला कि इसने करोड़ो लोगों को पकड़ा और लाखों लोगों की मौत हो गई।विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना से बचने के लिए एक प्रभावी हथियार के रूप में मास्क पहनने का हवाला दिया। आज का दौर ऐसा है कि सभी को मास्क पहनना चाहिए, लेकिन इजरायल दुनिया का पहला देश बनने जा रहा है, जहां मास्क नहीं पहनने के आदेश दिए गए हैं।
जी हां, इजरायल में प्रशासन ने लोगों को मास्क नहीं पहनने का
आदेश दिया है। इज़राइल में, 81 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन
के लग गया है, जिसके बाद प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। सरकार
के इस आदेश के बाद लोगों ने अपने चेहरों से मास्क हटा लिए और
सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर की।
इज़राइल में, 16 वर्ष से अधिक आयु के 81 प्रतिशत लोगों ने दोनों कोरोना टीके लगा लिए हैं। इसी समय, कोरोना संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या में भारी गिरावट आई है। हालाँकि, इजरायल में अभी भी सख्ती लागू है। विदेशियों का प्रवेश और बिना टीकाकरण के लोगों का प्रवेश सीमित है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायल ने देश में नए भारतीय वेरिएंट के सात मामलों का पता लगाया है और इनकी जांच की जा रही है। पत्रकारों से बात करते हुए, प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इस समय हम कोरोना वायरस के मामलों में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने आगे कहा कि कोरोना के साथ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और यह आगे भी लौट सकती है।
बता दें कि इजराइल की जनसंख्या एक करोड़ से कम है और अब तक यहां आठ लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि कोविड की वजह से छह हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।