न्यूज़- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश में बड़े स्तर पर लॉकडाउन लागू करने से साफ इनकार कर दिया है। पीएम इमरान का कहना है कि उनके देश के पास इतने संसाधन नहीं है कि लॉकडाउन का दबाव झेला जा सके। पाकिस्तान में इस समय कोरोना के मामले 34,000 से ऊपर पहुंच चुके हैं। इमरान पहले भी इसी तरह की बात कह चुके हैं और उन्होंने मार्च माह में भी लॉकडाउन से साफ इनकार कर दिया था।
पाकिस्तान पीएम इमरान के करीबी ने मंगलवार को कहा कि देश अभी इस हालत में नहीं है कि यहां पर अनिश्चितकाल के लिए लॉकडाउन लगाया जा सके। उनका कहना था कि कोरोना वायरस एक अनिश्चित महामारी है और कब खत्म होगी कोई नहीं जानता है और ऐसे में देश लॉकडाउन नहीं झेल सकता है। इमरान खान की अध्यक्षता वाली कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए इनफॉर्मेशन मिनिस्टर शिहबिल फराज ने कहा कि देश के पास अनिश्चितकाल तक लगाए गए लॉकडाउन को झेलने के लिए संसाधन नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जैसे हालात है उसमें दोनों चीजें की जा सकती हैं- जिंदगियों को भी बचाया जा सकता है और बिजनेस भी जारी रह सकता है। उन्होंने इसे ही एक सर्वश्रेष्ठ आइडिया करार दिया है। उनका कहना था कि देश के पास और विकल्प नहीं हैं।
पाकिस्तान में अब तक 737 लोगों की मौत कोरोना वायरस से हो चुकी है। मार्च में इमरान खान ने कहा था कि उनका देश अमेरिका या यूरोप की तरह बड़े स्तर पर लॉकडाउन लगाने में सामर्थ्यवान नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा था कि लॉकडाउन ऐसा कदम होगा जो पहले से खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को और चौपट कर देगा। खान का कहना था कि पाकिस्तान की 25 प्रतिशत आबादी गरीबी में रहती है। ऐसे में अगर शहरों को बंद कर दिया गया तो फिर हालात और मुश्किल हो सकते हैं। उनका कहना था कि उन्हें कोरोना से तो बचा लिया जाएगा मगर वो भूख से मर जाएंगे।