न्यूज़- मुंबई के वडाला पुलिस स्टेशन इलाके में बीते तीन दिन से सैकड़ों मजदूर जमा हैं। ये लोग दिन भी यहीं बैठे रहते हैं और रात को भी फुटपाठ पर सो जाते हैं। मजदूरों का कहना है कि स्पेशल ट्रेन उनके शहर जाने की बात कही गई थी, जिसके बाद वो यहां आ गए। यहां आने पर कहा गया कि ट्रेन केंसिल हो गई है। जिसके बाद वो यहीं पर बैठे हैं।
इन मजदूरों का कहना है कि जब उन्हें स्पेशल ट्रेन का पता चला तो वो अपना सामान समेटकर स्टेशन आ गए। यहां आने पर कहा गया कि कोई ट्रेन नहीं है, रेलगाड़ी रद्द हो गई है। ऐसे में वापस जाइये। इन लोगों का कहना है कि कामकाज नहीं है, जिस कमरे में रहते थे, उसमें वापस जाएं तो उसका किराया कहां से दें।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अन लोगों में महिलाएं और बच्चों भी हैं। इनका कहना है कि किस तरह से सड़क पर बैठे हैं वो किसी अजाब से कम नहीं है लेकिन मकान मालिक किराया मांगता है, उसका क्या करें। इन कहना है कि गांव लौटें या ना लौटें लेकिन किराए के मकान में अब नहीं जाएंगे। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों की तादाद इन लोगों में ज्यादा है। इनका कहना है कि पुलिस कुछ कहती है और खबरों में कुछ और आता है। कभी कहा जाता है कि रेलगाड़ी इंतजाम हो रहा है तो कभी कहा जाता है, यहीं रहिए।
बता दें कि देश में सरकार के अचानक लॉकडाउन कर देने और परिवहन की तमाम सुविधाएं बंद हो जाने के चलते बड़े शहरों में लाखों लोग फंसे हुए हैं। खासतौर से मजदूर इससे बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। मुंबई, सूरत, दिल्ली जैसी जगहों से लोग पैदल ही सैकड़ों मील चलकर अपने घरों को जा रहे हैं। वहीं कई जगहों पर हंगामे भी हो चुके हैं। सरकार की ओर से मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं लेकिन ये नाकाफी ही साबित होती दिख रही हैं।