Coronavirus

बकरियां बेचकर ख़रीदा था टिकट: फ्लाइट हुई कैंसिल

अब कंपनी का कहना है कि वह प्रवासी मजदूर को 1 जून वाली फ्लाइट में मुंबई से कोलकाता ले जाएगी।

Dharmendra Choudhary

डेस्क न्यूज़ – सरकार ने घरेलू हवाई सेवा शुरू की, लेकिन अराजकता के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर उड़ानों के रद्द होने के कारण यात्री बढ़ गए हैं। मुम्बई का एक प्रवासी मजदूर भी परेशान होने वाले यात्रियों में से है। इसे मुंबई से कोलकाता जाना था। तालाबंदी की घोषणा के बाद से एक रुपया भी नहीं कमा पाए। अगर मुझे घर जाने का कोई साधन नहीं मिला, तो मैंने अपनी पूरी बचत जमा करने और फ़्लाइट टिकट खरीदने के बारे में सोचा। अपनी बकरियां भी बेचनी पड़ीं। इंडिगो का टिकट उठाया, कुल रु 30,600 रु। 28 मई की उड़ान थी, जिसे रद्द कर दिया गया। सबकुछ गंवाने के बाद भी कार्यकर्ता वहीं से अड़ गया।

अब जब मामला मीडिया में आया तो एयरलाइन कंपनी हरकत में गई। अब कंपनी का कहना है कि वह 1 जून की फ्लाइट से प्रवासी मजदूर को मुंबई से कोलकाता ले जाएगी। इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।

हवाई सेवा शुरू होते ही फैलने लगा कोरोना वायरस

देश में घरेलू एयरलाइंस शुरू होने के बाद हवाई यात्रियों को संक्रमित कोरोना मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ, हवाई अड्डों पर अपनाई गई प्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। आशंका है कि सरकार ने एयरलाइंस शुरू करने के लिए कोई जल्दबाजी नहीं की है। मंगलवार को एयर इंडिया की फ्लाइट में नई दिल्ली से लुधियाना जा रहे एक यात्री में कोरोना वायरस पाया गया। बुधवार को एयर इंडिया ने एक बयान जारी कर कहा कि सभी यात्रियों को उड़ान से अलग कर दिया गया है।

इससे पहले, चेन्नईकोयम्बटूर इंडिगो उड़ान में एक यात्री में कोरोना संक्रमण भी पाया गया था। इसके बाद, इंडिगो ने उड़ान में सवार सभी यात्रियों को हटा दिया और इसे अलगाव में भेज दिया। अब कंपनी फ्लाइट की उड़ान में यात्रियों से संपर्क कर रही है और उन्हें 14 दिनों के लिए अलगाव में जाने की सलाह दे रही है।

24 घंटे में कुल 6387 नए केस:

पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना वायरस के 6387 नए मामले सामने आए हैं और 170 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में कुल मरीजों की संख्या 1,51,767 तक पहुंच गई है। इनमें से 83004 सक्रिय मामले हैं, यानी इतने लोगों का इलाज चल रहा है। अब तक कुल 64425 मरीज ठीक होने के बाद अपने घरों को लौट गए हैं।

कर्नाटक में एक जून से खुलेंगे मंदिरों के कपाट:

कर्नाटक में 1 जून से मंदिरों के द्वार आम जनता के लिए खोल दिए जाएंगे। कर्नाटक सरकार ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब देश भर में धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों को दो महीने के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। राज्य के धार्मिक मामलों के मंत्री कोटा श्रीनिवास ने मंगलवार को मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से मुलाकात के बाद यह घोषणा की।

Diabetes से हो सकता है अंधापन, इस बात का रखें ख्याल

बीफ या एनिमल फैट का करते है सेवन, तो सकती है यह गंभीर बीमारियां

Jammu & Kashmir Assembly Elections 2024: कश्मीर में संपन्न हुआ मतदान, 59 प्रतिशत पड़े वोट

Vastu के अनुसार लगाएं शीशा, चमक जाएगी किस्मत

Tiger Parks: भारत के 8 फेमस पार्क,जहां आप कर सकते है टाइगर का दीदार