न्यूज़- अनलॉक 1.0 में लोगों को तमाम तरह की राहतें मिलनी शुरू हो गई है, लेकिन यूपी और हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वालों के लिए परेशानी कम नहीं हुई हैं। इन सभी में सबसे ज़्यादा परेशानी नौकरी-पेशा वाले लोगों को काफी हो रही है। हालांकि, गुरुवार को हालात कुछ बदले नजर आए। जहां उत्तर प्रदेश की तरफ अभी सख्ती बरकरार है वहीं हरियाणा में थोड़ी ढील मिली है।
दिल्ली-गुरुग्राम के बीच लोगों की आवाजाही बिना रोक-टोक होने लगी है। बॉर्डर पर हरियाणा सीमा में कुछ जगहों से पुलिस ने 33 दिन बाद बैरिकेडिंग हटानी भी शुरू कर दी है। दिल्ली-गुरुग्राम के बीच सबसे अहम रजोकरी बॉर्डर पर बुधवार सुबह करीब 9 बजे पुलिस ने बैरिकेडिंग हटा दी। इससे लोगों को जाम से छुटकारा मिल गया। यहां पर पुलिसकर्मियों की संख्या भी कम कर दी गई है। दिल्ली की तरफ आ रहे लोगों से पूछताछ की जा रही है।
ईस्ट दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर से गुजरने वालों को आजकल अजीब हालात का सामना करना पड़ रहा है। कभी तो बॉर्डर पर चेकिंग सख्त कर दी जाती है जिस कारण लंबा जाम लग जाता है, तो कभी पुलिसवाले सबकुछ खुला छोड़ देते हैं। यह हाल केवल गाजियाबाद की तरफ जाने वाले रूट का ही नहीं है, बल्कि गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले रूट पर भी यही हालात हैं।
दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सोमवार को लॉकडाउन 5.0 के तहत राजधानी दिल्ली को लेकर नई गाइडलाइन जारी की थी। केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए घोषणा की थी कि 8 जून तक दिल्ली के सभी बॉर्डर सील रहेंगे। वहीं, सरकार ने यह भी कहा था कि दिल्ली में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए ई-पास अनिवार्य होग। बिना ई-पास के लोगों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जिसके चलते दिल्ली के यूपी और हरियाणा बॉर्डर पर चेकिंग और भी सख्त कर दी गई। इसके बाद रोज दिल्ली- गुरुग्राम बॉर्डर पर जाम लग रहा है।
नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद से अगर कोई दिल्ली जाना चाहता है तो इस बात का ध्यान जरुर रखे कि दिल्ली सरकार ने भी बॉर्डर सील तक दिए हैं यानी आपकी एंट्री आसान नहीं होगी। सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग, सरकारी कर्मचारी और जिनके पास पास होगा, उन्हें आवाजाही की अनुमति होगी।
प्रदेश सरकार ने दिल्ली में बढ़ते मामलों को देखते हुए एक मई को बॉर्डर सील कर दिए थे। शुरुआत में केवल केंद्रीय मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को एंट्री दी गई। इसके बाद गृह मंत्रालय के आदेश पर डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, प्राइवेट हॉस्पिटल व लैब से जुड़े कर्मचारियों को एंट्री मिली। मई के दूसरे सप्ताह में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद फायर, फूड सप्लाई, गैस एजेंसी, सब्जी-फल, दूध, दवा आदि जरूरी सेवाओं से जुड़े वाहनों को एंट्री दी गई।