न्यूज़- आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब केमिकल प्लांट से जहरीली गैस का रिसाव हो गया और उसकी चपेट में आने से करीब 10 लोगों की मौत हो गई। विशाखापट्टनम के आरएस वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री प्लांट में केमिकल गैस उस वक्त लीक हुई, जब लोग अपने घरों में सो रहे थे। घटना करीब सुबह 3 बजे की है, जब लोगों को गैस रिसाव की वजह से सांस लेने में दिक्कत हुई और करीब हजार से अधिक लोग बीमार पड़ गए। तो चलिए 10 प्वाइंट में जानते हैं कि कब, कैसे और कहां हुआ…
विशाखापट्टनम के केमिकल प्लांट में जहरीली गैस के रिसाव से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। इन सभी की मौत दम घुटने की वजह से हुई है।
इस भयंकर गैस रिसाव की वजह से हजार से अधिक लोग बीमार पड़ चुके हैं और करीब 200 लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
गैस के रिसाव की सूचना मिलते ही लोग जब मौके पर पहुंचे तो जहरीली गैस से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई और आंखों की जलन समेत कई समस्याओं की
वजह से वहीं बेहोश होकर भरभरा कर गिरने लगे। बताया जा रहा है कि लोगों को कोरोना वायरस की दहशत का अंदेशा हुआ, जिसकी वजह से सभी वारदात स्थल की ओर दौड़ पड़े और फिर बेहोश होकर गिर गए।
घटना की सूचना पाकर एंबुलेंस, फायर टेंडर की गाड़ियां और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल राहत बचाव का कार्य चल रहा है, जिसके लिए आपदा प्रबंधन की टीम को भी लगा दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह संयंत्र गोपालपट्नम इलाके में स्थित है। इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की।
बताया जा रहा है कि किंग जॉर्ज अस्पताल में काफी लोगों को भर्ती कराया गया है, जिनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। टीवी चैनलों पर प्रसारित फुटेजो में लोग सड़कों पर बेहोश पड़े दिख रहे हैं। रिपोर्टों में बताया गया है कि गैस रिसाव को काबू कर लिया गया है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने घटना के बारे में जानकारी ली है और जिला कलेक्टर को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को उचित इलाज मिले।
वेस्ट जोन की एसीपी स्वरूपा रानी ने बताया कि केमिकल गैस का यह रिसाव करीब 3 किलोमीटर में फैल गया है। गैस रिसाव की घटना सुनकर कई लोग मौके पर पहुंचे, मगर आंखों में जलन और गैस की तीखी गंध को सहन करने में असमर्थ लोग सड़कों पर भरभरा कर गिर गए। इस जहरीली गैस का असर इतना ज्यादा है कि बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में ही बेहोश हो गए। इनमें ज्यादातर बच्चे और बूढ़े हैं।
बताया जा रहा है कि गैस करीब 20 गावों तक फैल चुका है और लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं। उस इलाके के कई गावों को खाली करा दिया गया है। कई लोग अपने घरों में कैद हैं। अधिकारियों ने लोगों को दोपहर तक गोपालपट्टनम की ओर न जाने की सलाह दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गैस रिसाव कांड पर अधिकारियों के साथ बैठक की है। उन्होंने ट्वीट किया मैं विशाखापत्तनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं। वहीं, अमित शाह ने कहा कि विशाखापत्तनम में गैस रिसाव की घटना परेशान करने वाली है। हम निरंतर स्थिति पर नजर रख रहे हैं।