राजस्थान के सबसे बड़े SMS Hospital से 4 महीने के मासूम बच्चे का अपहरण हो गया। मामला बुधवार शाम 7 बजे का है। 100 से ज्यादा CCTV कैमरा, सिक्योरिटी गार्ड की निगाहों से बचते बदमाश बच्चे को लेकर फरार हो गया। बच्चे के अपहरण के बाद से प्रदेश के बड़े हॉस्पिटल में भय का माहौल बना हुआ है।
वही DCP राजीव पचार ने सभी थानों के एसएचओ को नाकाबंदी करने के आदेश दिए। पुलिस बदमाश को पकड़ने का प्रयास कर रही है। मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। पुलिस फुटेज के आधार पर बदमाश को पकड़ने की कोशिश कर रही है।
मां को नहीं पता बेटा किडनैप हुआ, वार्ड में बड़े बेटे आयुष के पास बैठी मां खेला देवी को देर रात तक नहीं पता था कि उसका कलेजे का लाल चोरी हो चुका है। पिता अंकुर ने बताया कि वह 8 दिन से ऑपरेशन का नंबर नहीं आने पर सोमवार रात ही घर संभालने दौसा गया था। उन्होंने बताया कि दिव्यांश ने आसमानी रंग की टी-शर्ट व पायजामा पहन रखा है।
सैंथल दौसा से एक परिवार करीब 1 सप्ताह पहले अपने 4 साल के बच्चे का इलाज कराने एसएमएस अस्पताल आया। चिकित्सकों ने बच्चे को बांगड़ यूनिट में भर्ती कर लिया जहां पर उसका इलाज जारी है। बच्चे को उसके दादा, दादी और मां इलाज के लिए जयपुर लेकर आए थे और उनके साथ 4 महीने का एक मासूम भी मौजूद था। मां अपने 4 साल के बेटी की देखरेख में लगी हुई थी और 4 महीने का मासूम अपने दादा-दादी के पास मौजूद था। फिर अनजान व्यक्ति की बातों में आकर पहले परिवार के सदस्य अपने बीमार 4 साल के बच्चे को धनवंतरी में दिखाने ले गए। उसके बाद अनजान व्यक्ति ने एसएमएस अस्पताल के सामने मौजूद एक निजी अस्पताल में ले जाकर बच्चे को दिखाने की सलाह दी। इसके बाद वह अनजान व्यक्ति उन्हें सूर्या अस्पताल ले गया और चिकित्सक भास्कर से मिलवा कर बीमार बच्चे का चेकअप करवाया।
इसके बाद सभी वापस एसएमएस अस्पताल लौट आए और देर शाम बांगड़ यूनिट के गेट नंबर 5 के बाहर खाना खाने लगे। इस दौरान 4 महीने के मासूम को उस अनजान व्यक्ति ने अपनी गोद में उठा लिया और बच्चे की दादी अपनी बहू को खाना देने अंदर चली गई। वहीं दादा का ध्यान बंटा कर अनजान व्यक्ति 4 महीने के मासूम का अपहरण कर मौके से फरार हो गया। बच्चे की दादी जब बहू को खाना देकर वापस बाहर आई तब अनजान व्यक्ति और 4 महीने का मासूम गायब मिले। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने आसपास उस अनजान व्यक्ति और 4 महीने की मासूम की काफी तलाश की लेकिन उन्हें वह कहीं भी नहीं मिले।