प्रताप नगर पुलिस ने चन्द्र गेस्ट हाउस के संचालक दीपक शर्मा पर जानलेवा हमला और फायरिंग कर 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में 5 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन्होने अपने एक साथी की हत्या कर दी और शव को भरतपुर ले जाकर फेंक दिया। इन शातिरों ने जयपुर शहर में एक दर्जन से अधिक नगदी और डकैती भी की है। उनके पास से एक पिस्टल, दो देसी कट्टा, 61 जिंदा कारतूस और एक चोरी की स्कूटी बरामद की। परिजनों ने अब हत्या की रिपोर्ट रामनगरिया थाने में दर्ज कराई है।
पुलिस उपायुक्त पूर्व अभिजीत सिंह ने कहा कि 11 अप्रैल की रात
को चंद्र गेस्ट हाउस संचालक दीपक शर्मा के मोबाइल पर एक
अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि आप इन दिनों अधिक
पैसा कमा रहे हैं, कृपया हमें भी कुछ भेजें। थोड़ी देर बाद, उन्हें
मैनेजर से पता चला कि गेस्ट हाउस में स्कूटी पर सवार दो लड़के गोलीबारी करके भाग निकले हैं।
कुछ समय बाद, इन बदमाशों ने फिर से फोन किया और कहा कि यह तो अभी ट्रेलर है पिक्चर तो बाकी है।
डीसीपी सिंह ने कहा कि एसीपी सांगानेर नेमीचंद खारिया के नेतृत्व में थानाप्रभारी श्रीमोहनलाल मीणा और जिले की विशेष टीम ने दीपक के मोबाइल फोन के बारे में जानकारी एकत्र की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसी दौरान हेड कांस्टेबल प्रद्युम्न ने मोबाइल नम्बरों की सीडीआर निकालकर उनका विश्लेषण कर संदिग्धों को ट्रेस आउट कर लिया और रंगदारी मांगने वाले रूपेश भारद्वाज (19) गोपालगढ़ मथुरा गेट भरतपुर हाल सेक्टर-18 प्रताप नगर, अजय उर्फ बंटी (19) गुनसारा कुम्हेर भरतपुर हाल किराएदार प्रिंस नगर कॉलोनी होटल ओम कॉम्पलेक्स के सामने नितिन अस्पताल के पास मथुरागेट भरतपुर, सुशांत दंतात्रेय उर्फ सतीश कुमार (24) पार सेवर भरतपुर हाल कृष्णा एन्कलेव अपार्टमेन्ट ग्राउण्ड फ्लोर जी-2 नीयर ज्ञान विहार रामनगरिया, सतीश कुमार जाट (24) भालोठ बुहाना पचेरी झुंझुनूं हाल चन्द्र गेस्ट हाउस टोंक रोड और पंकज (21) उनोड़ा राया मथुरा उत्तर प्रदेश हाल अजीत नगर नीयर सारस होटल गैस गोदाम वाली गली मथुरा गेट भरतपुर को पकड़ लिया।
मुख्य सरगना सुशांत दत्तात्रोय ने कबूल किया कि मेरे बचपन का दोस्त कुशलपाल उर्फ कौशल निवासी डेहरा बोहरा कुम्हेर भरतपुर अपराधी था, इसलिए मैं उससे डरता था। घटना के कुछ दिन पहले, मुझे उनके पास फोन आया कि मैं आपके साथ जयपुर में रहूंगा, मैं कुछ बड़ा काम करूंगा। कुशलपाल जयपुर आया और साथ रहने लगे। इस दौरान उसने एक बड़े हत्यारे से पैसे लूटने की योजना बनाई। कुशलपाल रोज मुझसे पैसे लेता था। मैं बहुत परेशान था, मैंने अपने दोस्तों रूपेश और अजय उर्फ बंटी के साथ उसे रास्ते से हटाने के लिए एक योजना बनाई। 4-5 दिन पहले रामनगरिया में किराए के फ्लैट पर रूपेश-अजय के साथ कुशलपाल की हत्या कर दी। दोस्तों ने उसकी लाश को मेरी कार में डाला और भरतपुर ले जाकर नाले में डाल दिया।