न्यूज़ – नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत के मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही पुलिस ने अकबरी बेगम की हत्या मामले में भी 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, एक नाले से 4 लोगों के शव बरामद होने के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
राजस्थान के सीकर के रहने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की 24 फरवरी को पत्थरबाजी के दौरान जान चली गई थी। केंद्र सरकार ने हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया है।
24 फरवरी की हिंसा में शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा, एसपी अनुज शर्मा और सिपाही रतन लाल गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सिपाही रतन लाल की बाद में मौत हो गई थी, जबकि डीसीपी का अब भी इलाज चल रहा है। एसीपी अनुज शर्मा की हालत में भी सुधार हो रहा है।
दिल्ली हिंसा: शहीद कांस्टेबल रतन लाल हत्याकांड के पुलिस को मिले सुराग
बता दें कि उत्तर-पूर्वी जिले में 24 और 25 फरवरी को भड़की हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी ने तेज कर दी है। जांच ने गति तब पकड़ी, जब उसे 'आप' के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन और घटनास्थल के कई वीडियो हाथ लग गए। इन मोबाइल वीडियो और ताहिर की गिरफ्तारी के बाद जांच में जुटी टीमों को उम्मीद है कि ये वीडियो उसी जगह के हैं, जहां हवलदार रतन लाल को भीड़ ने घेर लिया था।
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गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए। साथी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया।