अपराध

हादसाः पटवारी परीक्षा देकर गांव लौट रहे अभ्यर्थियों की जीप ट्रक से टक्कराई, 3 दोस्तो की मौत, 3 घायल

पटवार भर्ती परीक्षा देकर अपने गांव नागौर लौट रहे अभ्यर्थियों की जीप रविवार देर रात बीकानेर के नोखा गांव में एक ट्रक से टकरा गई. हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। परीक्षा देने के बाद 6 युवक एक जीप में बीकानेर से नागौर की ओर आ रहे थे, तभी नोखा गांव के बाईपास पर सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई.

Manish meena

पटवार भर्ती परीक्षा देकर अपने गांव नागौर लौट रहे अभ्यर्थियों की जीप रविवार देर रात बीकानेर के नोखा गांव में एक ट्रक से टकरा गई. हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। परीक्षा देने के बाद 6 युवक एक जीप में बीकानेर से नागौर की ओर आ रहे थे, तभी नोखा गांव के बाईपास पर सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई.

मृतक नितेश

पटवार भर्ती परीक्षा देकर अपने गांव नागौर लौट रहे अभ्यर्थियों की जीप रविवार देर रात बीकानेर के नोखा गांव में एक ट्रक से टकरा गई

जीप में सवार सभी 6 युवकों को घायल अवस्था में नोखा के बागड़ी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने 3 को मृत घोषित कर दिया. जबकि तीन को प्राथमिक उपचार के बाद बीकानेर ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही नोखा सीओ नेम सिंह चौहान भी मौके पर पहुंच गए।

मृतक राकेश

हादसे में नागौर के रुण निवासी राकेश पुत्र पुत्र ओम प्रकाश डूकिया, कैलाश पुत्र सुखदेव डुकिया और नितेश पुत्र पदमाराम जाट की मौत हुई

नोखा सीओ नेम सिंह चौहान ने बताया कि हादसे में नागौर के रुण निवासी राकेश पुत्र पुत्र ओम प्रकाश डूकिया, कैलाश पुत्र सुखदेव डुकिया और नितेश पुत्र पदमाराम जाट की मौत हुई। इदोकली रुण निवासी चालक रिछपाल भाखर गंभीर रूप से घायल हो गये। वहीं खजवाना निवासी राजूराम जाट और राकेश घायल हो गए। तीनों को बीकानेर पीबीएम के ट्रॉमा सेंटर लाया गया। तीनों मृतकों के शव नोखा के मोर्चरी रूम में रखवाए गए हैं।

मृतक कैलाश

मृतक नितेश रूण अपने पिता पदमाराम का इकलौता पुत्र था

मृतक नितेश रूण के पूर्व सरपंच रामरतन गोलिया का दोहिता था और दीपावड़ी निवासी अपने पिता पदमाराम का इकलौता पुत्र था। मां की दस साल पहले और बहन की दो साल पहले मौत हो गई थी। बचपन से ही वे ननिहाल में ही रहता था। नितेश की एक लड़की भी है।

मृतक राकेश भी अपने पिता का इकलौता पुत्र था। एक बहन है। वह शादीशुदा था और उसकी एक बेटी भी है। अबराकेश की मौत के बाद परिवार पूरी तरह टूट गया है। वे खुद खेती के साथ-साथ पढ़ाई भी करते थे।

कैलाश शादीशुदा था लेकिन उसके कोई बच्चे या बच्चे नहीं हैं। राकेश और नितेश से उनकी गहरी दोस्ती थी। वहीं पटवारी परीक्षा देने के लिए भी मुंडवा से गाड़ी किराए करके लेकर गए थे।

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