अपराध

जोधपुर में टिड्डी दल हमले से जिलों में प्रशासन हुआ सतर्क

टिड्डियों पर प्रभावी नियत्रण के लिए जिलास्तर पर नियंत्रण कक्ष संचालित हैं।

Dharmendra Choudhary

डेस्क न्यूज़ – राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में टिड्डी आगमन के मद्देनजर सभी संबंधित विभागों को प्रभावी कार्ययोजना के अनुसार टिड्डी नियंत्रण गतिविधियों को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों से टिड्डी के प्रकोप से डरने के बजाय, स्थानीय लोक सेवक कर्मियों और अधिकारियों को नियंत्रण में आने और रुकने की सटीक जानकारी देने की अपील की गई है। इसके लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर टेलीफोन नंबर भी जारी किए गए हैं। इसके अलावा कीटनाशक रसायनों का उपयोग करने की विधि और उन्हें बनाने के तरीके भी किसानों की मदद के लिए जारी किए गए हैं।

जिला कलेक्टर नमित मेहता ने पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती जैसलमेर जिले में निरंतर निगरानी, सर्वेक्षण और नियंत्रण के लिए अलगअलग स्तर की टीमों का गठन किया है। टिड्डियों के प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष संचालित किए जाते हैं। इसके साथ ही कृषि विभाग से जारी किए गए नंबर भी उपलब्ध कराए गए हैं।

उप निदेशक (कृषि विस्तार) राधेश्याम नरवाल ने किसानों को टिड्डी नियंत्रण के लिए कीटनाशक रसायनों का उपयोग करने की सलाह दी है। उनके अनुसार, रबी फसलों की कटाई और थ्रेशिंग की जाती है, लेकिन जिन क्षेत्रों में टिड्डियां, बाजरी, हरा चारा और सब्जी की बेल आदि की बुवाई की गई है, वहां टिड्डरीफॉस 20 ईसी 1200 मिली प्रति लीटर की दर से टिड्डियों द्वारा नुकसान को रोका जा सकता है। हेक्टेयर, क्लोरपायरीफॉस 50 ईसी 480 एमएल प्रति हेक्टेयर, डेल्टामेथ्रिन 2.8 प्रतिशत .सी. दो शिफ्टों में टिड्डे के प्रकोप के समय प्रति हेक्टेयर 3700 ग्राम पर 400 से 500 लीटर पानी में कीटनाशक रसायन का छिड़काव करना चाहिए।

हालांकि, इसके उपयोग के समय सुरक्षा और सावधानी के लिए, हाथों को दस्ताने, मुंह पर मास्क आदि पहनना चाहिए। कीटनाशक का छिड़काव वयस्क व्यक्ति को भी करना चाहिए।

राधेश्याम नरवाल के अनुसार, प्रारंभिक नियंत्रण को तुरंत लागू करके टिड्डी नियंत्रण और कृषि विभाग की टीमों द्वारा टिड्डी नियंत्रण किया जा रहा है। सीमा से जुड़े जैसलमेर जिले की तहसील के 13 स्थानों पर 13 हजार 044 हेक्टेयर में टिड्डी नियंत्रण किया गया है। जिला प्रशासन और संबंधित विभागों द्वारा निरंतर संपर्क में निरंतर सहयोग के साथ प्रभावी सर्वेक्षण और नियंत्रण भी किया जा रहा है।

Diabetes से हो सकता है अंधापन, इस बात का रखें ख्याल

बीफ या एनिमल फैट का करते है सेवन, तो सकती है यह गंभीर बीमारियां

Jammu & Kashmir Assembly Elections 2024: कश्मीर में संपन्न हुआ मतदान, 59 प्रतिशत पड़े वोट

Vastu के अनुसार लगाएं शीशा, चमक जाएगी किस्मत

Tiger Parks: भारत के 8 फेमस पार्क,जहां आप कर सकते है टाइगर का दीदार