मुंबई के कफ परेड इलाके में एक किन्नर 3 महीने की बच्ची के घर इस उम्मीद में गया कि उसे उसके परिवार वालों से कुछ पैसे मिल जाएंगे. लेकिन जब रुपये नहीं मिले तो उसने गुस्से में लड़की का अपहरण कर लिया और इलाके में स्थित खाड़ी में डूबाकर लड़की की हत्या कर दी. इस मामले में कफ परेड पुलिस ने कन्हैया उर्फ कन्नू चौगुले और उसके साथी सोनू काले को गिरफ्तार किया है.
घटना कफ परेड के अंबेडकर नगर इलाके की है जहां लड़की के
पिता अपनी मां, पिता, भाई और 3 महीने की बच्ची के साथ रहते हैं.
लड़की को लेकर घर में सभी खुश थे। 3 महीने की मासूम एक
किन्नर की नाराजगी का शिकार हो गई। लॉकडाउन के चलते पहले
से ही लाचार गरीब परिवार ने बेटी होने की खुशी के लिए 1100 रुपये का शगुन देने में असमर्थता जताई.
दादी इंदुबाई चितकोटे ने कहा कि नौ बजे एक छक्का आया था, बोला पोती हुई है पैसा पोती है, मैंने कहा अभी पैसा नहीं है, तालाबंदी है, बेटी नायगांव में है, आयेगी तब देगी। परिजनों के मुताबिक, तब किन्नर वापस चला गया। लेकिन जब वह रात में अचानक उठी तो देखा कि बेटी गायब है। पुलिस में मामला दर्ज कर तलाश शुरू की गई। परिजनों ने पुलिस को किन्नर के बारे में बताया।
परिवार को लड़की के लापता होने का पता तब चला जब रात में एक बिल्ली उनके घर में घुसी और थाली गिरा दी, जिससे घरवालों की नींद खुल गई और फिर देखा कि लड़की घर में नहीं है. जिसके बाद परिजन उसकी तलाश करने लगे। किन्नर पर शक था इस वजह से लोगों ने उसकी भी तलाश शुरू कर दी।
कफ परेड के सीनियर पीआई राजकुमार डोंगरे के मुताबिक उस इनपुट के आधार पर हमने किन्नर को उठाया और उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि अपने एक दोस्त सोनू के साथ मिलकर लड़की का अपहरण कर उसे खाड़ी में ले जाकर दफना दिया
आरोपी द्वारा दिखाई गई जगह से बच्ची का शव बरामद होने के बाद पुलिस ने आरोपी किन्नर कन्नू दत्ता और उसके साथी सोनू को गिरफ्तार कर लिया. घर में संतान होने की खुशी में किन्नरों का शगुन लेने के लिए घर आना बहुत पुरानी प्रथा है। लेकिन पैसे ना मिलने पर मासूम की हत्या ऐसा शायद ही पहले कभी हुआ होगा.