महंत नरेंद्र गिरि के मौत मे मामले मे अब तक की सबसे बड़ी खबर आ रही है। CBI जाँच के आदेश उत्तर प्रदेश सर्कार ने जारी कर दिया है। अब तक की जाँच मे जो भी सामने आया है वह सरे सबूत CBI को सौंप दिए जायेगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे फ़िलहाल आत्महत्या की बात सामने आ रही है। वही इस मामले मे एक और गिरफ़्तारी की गयी है।
अखाडा परिसद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत से जुडी अब तक कई अहम जानकारी प्राप्त हुई है आजतक के अनुसार महंत नरेंद्र गिरि के पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट आ गयी है। यह रिपोर्ट के परिणाम आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे है। मौत की वजह रिपोर्ट मे साँस न ले पाने की असमर्थता आयी है जिससे उनकी मौत हुई। रिपोर्ट के अनुसार महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु 20 सितम्बर को दोपहर 3 से 3 :30 के बीच हुई। उन्हें बॉडी से किसी भी प्रकार के चोट के निशान नहीं मिले।
महंत नरेंद्र गिरि 13 सितम्बर को ही सल्फास खा कर आत्महत्या करना चाह रहे थे , ऐसा पुलिस को शक है। कमरे से पुलिस को सल्फास की गोलियां मिली हैं। इन् गोलियों को रासायनिक जाँच के लिए भेज दिया गया है। ये गोलियां उन्होंने एक शिष्य से मंगवाई थी। फांसी मे प्रयोग हुई रस्सी भी उसी शिष्य से मंगाई गयी थी।
पुलिस ने कमरे से मिले सुसाइड नोट को फॉरेंसिक जाँच के लिए लैब भेजा है। पुलिस को महंत के हाथो लिखे कई दस्तावेज भी मिले है
इन् दस्तावेजों को हैंडराइटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा गया है। जाँच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा की सुसाइड नोट खुद महंत नरेंद्र गिरि ने ही लिखी थी।
इस केस मे अभी तक तीन गिरफ्तारियां हुई थी। चौथी गिरफ़्तारी आद्या तिवारी के बेटे संदीप तिवारी की हुई है। आद्या तिवारी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पूँछताछ मे आद्या तिवारी ने पुलिस को बताया ,"मेरा बेटा संदीप तिवारी आनंद गिरि को गुरु मानता था. आनंद गिरि को ही फॉलो करता था. एक इसलिए दिन महंत नरेंद्र गिरि ने मुझे कहा कि आज से तुम मुख्य पुजारी नहीं रहोगे. आज से तुम भी अन्य पुजारियों की तरह रहोगे, जिन्हें सैलरी मिलती है."
नरेंद्र गिरि को सुरक्षा के लिए 10 सुरक्षाकर्मी मिले थे। इन सभी को पुलिस ने हटा दिया है। इन सभी की लापरवाही भी जाँच मे सामने आने की बात कही जा रही है। मौत के दो दिन बाद अब इस केस की जाँच CBI को सौंपने के आदेश जारी हो गए है। उम्मीद करते हैं जल्द ही इस हाई प्रोफाइल केस की पूरी कहानी सामने आ सकेगी.