डेस्क न्यूज़- साइबर क्राइम के एक मामले की जांच के लिए हरियाणा से 10 सदस्यीय टीम बुधवार तड़के बगहा थाना क्षेत्र के चौतरवा थाने पहुंची, पुलिस एक युवक को गिरफ्तार कर हरियाणा ले गई, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है, दरअसल, चौतरवा थाने में तैनात होमगार्ड मार्कंडेय सिंह के बड़े बेटे सुमंत सिंह का नाम सामने आया है, उसी की तलाश में हरियाणा पुलिस यहां पहुंच गई है, लेकिन अब फरार है, पुलिस ने उसके छोटे भाई सुगंध सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
सुमंत सिंह पेशे से एम.टेक इंजीनियर हैं, गुड़गांव के एक निजी संस्थान में काम करता था, लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर साइबर क्राइम के धंधे में लग गया, कहा जाता है कि सुमंत ने अपने छोटे भाई सुगंध को कई बार हरियाणा बुलाया और उसे अपना साथी बना लिया।
हरियाणा की पुलिस ने बताया- मामला साइबर क्राइम से जुड़ा है, इसकी जांच की जा रही है, एक अपराधी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, उससे रिमांड पर पूछताछ की जा रही है, उन्होंने अन्य आरोपितों का भी नाम लिया है, जिनकी पहचान पर छापेमारी की जा रही है, आरोपी सुमंत पर 1 करोड़ 30 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है, इंटरनेट के जरिए कुल जालसाजी हुई है, वहीं दोनों युवकों पर सोने में हेराफेरी करने का भी आरोप लगाया गया है।
चौतरवा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर डीसी राम ने कहा- साइबर क्राइम से जुड़ा मामला है, हरियाणा पुलिस ने बुधवार सुबह मार्कंडेय सिंह के घर छापेमारी कर उनके छोटे बेटे सुगंध सिंह को गिरफ्तार कर लिया, गिरफ्तारी के बाद हरियाणा पुलिस ने चौतरवा थाने में पहुंचकर लिखित में मामले की जानकारी दी है।
आरोपी के पिता मार्कंडेय सिंह होमगार्ड के जवान हैं, जो चौतरवा थाने में ड्राइवर का काम करता है, उसके घर की तलाशी ली गई, इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज भी मिले, जिसे हरियाणा पुलिस जब्त कर अपने साथ ले गई, तलाशी के दौरान सुगंध सिंह का फर्जी पहचान पत्र मिला, जो होमगार्ड का था, जिस पर सुगंध सिंह ने होमगार्ड के जवान के रूप में अपनी फोटो लिखवाई थी, यह कार्ड पूरी तरह से डुप्लीकेट था।
बताया जा रहा है कि दोनों भाई इतने होशियार हैं कि उन्होंने अपने नाम कोई संपत्ति नहीं रखी है, यहां तक कि वाहन भी उनके रिश्तेदारों के नाम पर ही खरीदे जाते हैं।