डेस्क न्यूज़ – पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एक साथी को गिरफ्तार किया है, जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास में कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी। उसकी पहचान दया शंकर अग्निहोत्री के रूप में की गई है। रविवार सुबह करीब 4:40 बजे कानपुर जिले के कल्याणपुर इलाके में मुठभेड़ शुरू हुई। मुठभेड़ में गोली लगने के बाद दया शंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि जब दबिश होने वाली थी उससे कुछ घंटे पहले विकास को एक फोन कॉल आया था, जिसमें दबिश के बारे में बताया गया था. हो सकता है ये कॉल थाने से भी हो. दयाशंकर ने बताया कि फोन कॉल के बाद विकास ने अपने 10-15 साथियों को बुलाया, जो असलहे के साथ थे, इसके बाद ही घटना को अंजाम दिया गया।
दयाशंकर ने बताया कि विकास किसी भी घटना से पहले बगिया में बैठक करता था. वो वहीं पर सभी लोगों के साथ बैठता था. घर के भीतर किसी भी तरह की प्लानिंग नहीं होती थी. घर के अंदर सिर्फ ग्रामीण ही जाते थे।
वहीं एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया गया कि विकास दुबे और उसके गैंग के लोग पुलिस के शव को जलाने की तैयारी में थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि हत्या के बाद विकास दुबे गैंग ने शवों को एक जगह पर इकठ्ठा किया और गाडी़ के डीजल से जलाने की तैयारी में थे।
गौरतलब है कि तीन जुलाई की रात हत्या के प्रयास के मामले में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गयी पुलिस की टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। इस घटना में एक पुलिस उपाधीक्षक और एक थाना प्रभारी समेत आठ जवान शहीद हो गये थे। घटना के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने वारदात में शामिल विकास के दो रिश्तेदारों को मार गिराया था। हिस्ट्रीशीटर की तलाश में पुलिस की 50 से अधिक टीमे राज्य के अलग अलग जिलों में सुरागकशी कर रही है। इस सिलसिले में 500 से अधिक मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगाया गया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही अपराधी का पता चल जायेगा।
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