न्यूज़- सोशल मीडिया लोगों के लिए कैसे परेशानी का सबब बन रहा है, इसका ताजा उदाहरण दिल्ली हिंसा में भी देखने को मिलता है। दिल्ली हिंसा के दौरान सार्वजनिक रूप से फायरिंग के बाद सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाला युवक शाहरुख का मामला गुरुवार को वाराणसी थाने पहुंचा। जब सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि जिस व्यक्ति ने दिल्ली हिंसा में पुलिस कांस्टेबल पर बंदूक तान दी और फायर किया, वह शाहरुख नहीं, बल्कि अनुराग मिश्रा थे। दरअसल, सोमवार को दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान टीवी चैनलों पर एक वीडियो ने सभी को चौंका दिया। शाहरुख लाल टी-शर्ट में बुलेट पहने हुए थे। उसकी किसी तरह पहचान हुई, लेकिन फिर भी वह पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शाहरुख अभी भी फरार है और उसकी तलाश जारी है।
शाहरुख से मिलता जुलता चेहरा चेहरा होने की वजह से सोशल मीडिया पर अनुराग मिश्रा का नाम वायरल हो गया। दावा किया गया कि उस युवक का नाम शाहरुख नहीं, बल्कि अनुराग मिश्रा है। कुछ चैनलों ने भी सोशल मीडिया पर वायरल अनुराग मिश्रा की तस्वीरें दिखा दीं। इधर जिस अनुराग मिश्रा के फेसबुक एकाउंट से वह तस्वीरें उठाई गई थीं, उन्हें जब अपने दोस्तों से इस बारे में पता चला तो अनुराग के पैरों तले जमीन खिसक गई।
दादरा एवं नागर हवेली के सिलवासा के रहने वाले अनुराग मिश्रा इन दिनों यूपी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने के लिए वाराणसी में हैं। पेशे से एक्टर अनुराग मिश्रा गुरुवार (27 फऱवरी) को सिगरा थाने पहुंचे और पुलिस को आवेदन देते हुए बताया कि फिल्म फेस्टिवल के सिलसिले में 19 फरवरी से ही वे यहीं के होटल में रुके हैं। दोस्तों से जानकारी मिली कि एक फेसबुक आईडी अनुराग डी मिश्रा के नाम से बनाई गई है। उनके फेसबुक अकाउंट से तस्वीरें एडिट कर सोशल मीडिया पर दिल्ली में दंगे के दौरान फायरिंग करते युवक वाली तस्वीर के साथ वायरल की जा रही है। लोग पोस्ट को बिना जांचे आगे बढ़ा रहे हैं और कह रहे हैं कि दिल्ली दंगे में फायरिंग करने और हिंसा फैलाने के आरोपी की पहचान अनुराग मिश्रा के रूप में हुई है। अनुराग ने अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई। पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
इससे पहले कई फेसबुक पर कई लोगों ने फर्जी तस्वीर के जरिये यह दावा किया कि दिल्ली हिंसा में गोली चलाने वाला शाहरुख अनुराग मिश्रा है। एक यूजर ने लिखा- 'शाहरुख तो अनुराग मिश्रा निकले। पुलिस और मीडिया का इस्लामोफोबिया नजरिया देखो, प्रोपेगेंडा मचा रखा था।' जबकि हकीकत ये सामने आई है कि दिल्ली के जाफराबाद में हिंसा के दौरान गोली चलाने वाला शख्स अनुराग मिश्रा नहीं, बल्कि शाहरुख ही है, जिसकी तलाश पुलिस अब भी कर रही है।
वायरल तस्वीर की पड़ताल करने के बाद सच सामने लाने के लिए अनुराग मिश्रा ने हिन्दुस्तान अखबार का भी धन्यवाद किया है। अनुराग ने अपने फेसबुक लिखा- हिन्दुस्तान न्यूज पेपर को दिल से धन्यवाद। सभी लोग इसी तरह से सच्चाई का साथ दें।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली हिंसा में दो समुदाय के बीच हिंसा हुई थी। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रविवार, सोमवार और मंगलवार को हुई हिंसा में करीब 38 लोगों की जान जा चुकी है और करीब 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल के अलावा एक आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की भी जान गई है।