राजस्थान में दौसा गैंगरेप की घटना ने प्रदेश को झकजोर के रख दिया है। ब्रूटल गैंगरेप और फिर हत्या करना किसी हैवानियत से कम नहीं था। पूरे मामले में अब राजनीती मोड़ आने लगा है।
दौसा गैंगरेप मामले में बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी दौसा रवाना होने जा रही है। घटनाक्रम में बीजेपी कि पांच सदस्यों की कमेटी जुटाएगी दौसा मामले में तथ्य। यह समिति आज ही दौसा पहुंचकर मामले की तथ्यात्मक जानकारी लेगी और तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कर प्रदेशाध्यक्ष को सौंपेगी। कमेटी में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, पूर्व विधायक कन्हैया लाल मीणा, एससी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री मुकेश गर्ग और प्रदेश पैनेलिस्ट लक्ष्मीकांत भारद्वाज को सदस्य बनाया गया है। यह कमेटी मौके पर साक्ष्य जुटाकर एक रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसे प्रदेशाध्यक्ष को सौंपा जाएगा।
इससे पहले सोमवार को ही राजगढ़ में मंदिर तोड़ने के मामले में बनी कमेटी ने सतीश पूनियां को रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट में कमेटी ने पूरे घटनाक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार को दोषी ठहराया है। कमेटी ने मंदिर के पुनर्निर्माण, जिन लोगों के मकान टूटे उन्हें मुआवजा और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।