बोलेरो में जिंदा जलाए गए दो युवकों के कंकाल मामले में बजरंग दल के मोहित उर्फ मोनू मानेसर का नाम आने के बाद से भूमिगत हो गया है। हालांकि वह लगातार लोगों से फोन पर संपर्क में हैं। उसने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर इस दोहरे हत्याकांड में खुद को और अपनी टीम को निर्दोष बताया है।
मोनू मानेसर ने लिखा है कि राजस्थान के गोपालगढ़ थाने में हुई घटना से हमारी टीम का कोई लेना-देना नहीं है और न ही बजरंग दल हरियाणा का इससे कोई लेना-देना है। जो भी दोषी पाया जाए उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
व्हाट्सएप कॉल से बातचीत के बाद बजरंग दल मानेसर मंडल अध्यक्ष मोनू ने बताया कि उन्हें जबरन इस मामले में फंसाने की साजिश रची जा रही है। जिस दिन ये घटना बताई जा रही है उस दिन वह अपने साथियों के साथ गुरुग्राम के एक होटल में थे।
उसकी बातों की सच्चाई होटल के सीसीटीवी कैमरों से पता चलेगी। उन्होंने फिलहाल होटल का नाम बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर वह पहले ही होटल का नाम बता दें तो उन्हें शक है कि पुलिस वहां पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज को नष्ट कर सकती है.
बता दें कि राजस्थान की सीमा से सटे लोहारू कस्बे के गांव बरवास की बानी में गुरुवार सुबह लावारिस हालत में जली हुई बोलेरो की पिछली सीट से पुलिस ने दो कंकाल बरामद किए थे. इसके बाद लोहारू के डीएसपी व पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
पुलिस ने चेसिस नंबर से वाहन को ट्रेस किया। इसके बाद मृतकों की पहचान राजस्थान के भरतपुर जिले के गोपालगढ़ थाना क्षेत्र के घाटमिका गांव निवासी जुनैद और नासिर के रूप में हुई। मृतक के परिजनों ने बजरंग दल के सदस्यों पर जुनैद व नसीर को अगवा करने, मारपीट करने व जिंदा जलाने का आरोप लगाया है। इस मामले को गौ-तस्करी से भी जोड़ा जा रहा है।