अपराध

जयपुर – बीवी के मोबाइल ज़्यादा इस्तेमाल करने पर पति ने कर दी हत्या,

Dharmendra Choudhary

डेस्क न्यूज़ – जयपुर में एक महिला को सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो शेयर करने के साथ ही फॉलोअर्स की बढ़ती संख्या की वजह से जान गंवानी पड़ी। दरअसल, पत्नी के फेसबुक पर 6000 से ज्यादा फॉलोअर हो गए थे और वो मोबाइल पर व्यस्त रहने लगी थी। पत्नी की इस आदत से परेशान पति ने साजिश कर पत्नी की हत्या ही कर दी।

घटना जयपुर के आमेर थाना इलाके की है, जहां खून से सना महिला का शव मिलने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में महिला के पति अयाज अहमद को गिरफ्तार किया है।

मामले का खुलासा करते हुए एडिश्नल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि दिल्ली हाईवे स्थित माता के मंदिर के पास सड़क किनारे महिला का खून से सना शव मिला था। पास में ही महिला की स्कूटी और हेलमेट भी मिला था जिससे उसकी पहचान हुई।

पुलिस के मुताबिक महिला की हत्या के बाद उसकी पहचान छिपाने के इरादे से पत्थर से सिर को कुचला गया था। शव की शिनाख्त जयसिंहपुरा खोर निवासी नैना उर्फ रेशमा मंगलानी के तौर पर हुई।

पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की तो परिजनों ने महिला के पति पर ही संदेह जाहिर किया। दो साल पहले ही दोनों ने गाजियाबाद में जाकर आर्य समाज में शादी की थी। बाद में फैयाज के कहने पर रेशमा ने निकाह भी किया।

दोनों का 3 महीने का बेटा भी है। पुलिस की मानें तो आरोपी अयाज अहमद अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। शादी के बाद से ही दोनों में विवाद चल रहा था और रेशमा पिछले 1 साल से अपने पति से अलग रह रही थी।

पति हत्या के इरादे से सुलह के बहाने उसे ले गया। पहले तो दोनों ने शराब पी और फिर उसके बाद उसने सर कुचल कर पत्नी की हत्या कर दी।

रेशमा सोशल मीडिया पर अपनी फोटो और वीडियो शेयर करती थी। उसके फॉलोअर्स भी काफी संख्या में बढ़ रहे थे। ऐसे में आरोपी पति अपनी पत्नी पर शक करता था, जिसके कारण इस वारदात को अंजाम दिया।

Zeenat Aman ने जानवरों पर हो रहें अत्याचार को लेकर जताया दुख, को-एक्टर्स से की यह अपील

संविधान में मुसलमानों को क्यों नहीं मिला आरक्षण, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

कौन है कांग्रेस के चाणक्य, जो अमेठी में स्मृति ईरानी को देंगे टक्कर

क्या आपको भी किसी चीज को छूने से लगता है करंट, तो जान लें वजह

World Press Freedom Day - क्यों मनाया जाता है विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस? क्यों है ये इतना खास