जयपुर कमिश्नरेट में ACB द्वारा सोमवार को एक हेडकांस्टेबल के 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद भट्टा बस्ती SHO राजेंद्र सिंह शेखावत को पिछले गेट से बचकर भागना पड़ा। वह पिछले करीब 18 घंटे से फरार है। उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए ACB की टीमें संभावित जगहों पर दबिश दे रही है।
वहीं, रिश्वत केस में भूमिका लिप्त पाए जाने पर फरार पुलिस इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह की मुसीबत और ज्यादा तब बढ़ गई। जबकि सोमवार देर रात को ACB की टीम ने थाना के समीप बने सरकारी क्वार्टर में उनके कमरे से अवैध हथियार और अवैध मादक पदार्थ बरामद कर लिया।
इसके बाद SHO राजेंद्र सिंह के खिलाफ थाने में ही कार्यवाहक थानाप्रभारी सुमेर सिंह द्वारा NDPS और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया। आपको बता दें कि इससे पहले राजेंद्र सिंह शहर के बगरु और सदर थानाप्रभारी रहे चुके है। वहां भी कार्यशैली विवादों में आने पर हटाया गया था।
सर्च कार्रवाई में ACB टीम ने SHO के कमरे से करीब डेढ़ किलो गांजा, पांच अवैध कटार, 315 बोर का देशी कट्टा, 11 जिंदा कारतूस, दो मास्टर की बरामद की थी। यह कार्रवाई एसीबी के डीजी बीएल सोनी के निर्देशन में एएसपी नरोत्तम वर्मा, डीएसपी बहादुर सिंह, सुनील कुमार और इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह महरिया की अगुवाई में टीम ने की।
वहीं, दूसरी तरफ भट्टा बस्ती थाने के हेडकांस्टेबल अब्दुल रऊफ को एसीबी ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आपको बता दें कि सोमवार दोपहर को एसीबी ने हेडकांस्टेबल अब्दुल रऊफ को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। तब पूछताछ में रऊफ ने थानाप्रभारी राजेंद्र सिंह के कहने पर रिश्वत लेने की बात कही थी। वे एक भवन निर्माण सामग्री के कारोबारी से 20 हजार रुपए मासिक बंधी वसूल रहे थे।