हरियाणा के सोनीपत जिले के सिंघू बॉर्डर पर एक नया विवाद सामने आया है। किसान आंदोलन से जुड़े निहंग नवीन संधू ने कुंडली बॉर्डर के पास चिकन सप्लाई करने वाले मजदूर के साथ मारपीट की है। निहंग ने मजदूर से मुर्गा मांगा था, जब मजदूर ने मुर्गा देने से मना कर दिया तो निहंग ने डंडे से पीटकर उसका पैर तोड़ दिया।
नवीन लंघू निहंग बाबा अमन सिंह की टीम से हैं। घटना गुरुवार सुबह करीब 11 बजे सिंघू बॉर्डर पर हुई। सोनीपत के कुंडली थाने की पुलिस ने निहंग नवीन संधू को हिरासत में ले लिया। पीड़ित मजदूर का नाम मनोज पासवान है। वह बिहार का रहने वाला है। मजदूर मनोज पासवान को सोनीपत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मनोज पासवान के 2 वीडियो भी सामने आए हैं। पहला वीडियो 39 सेकेंड का है, जो सिंघू बॉर्डर का है। इसमें जमीन पर बैठा मनोज बता रहा है कि वह अपने रिक्शा से कुंडली और आसपास के गांवों में चिकन सप्लाई करने जा रहा था। रास्ते में निहंग नवीन संधू ने उससे मुर्गा मांगा। निहंग ने उसे पीटना शुरू कर दिया जब उसने कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि उसने गिनती करके आपूर्ति प्राप्त की और वापस जाकर हिसाब देना पड़ता है।
दूसरे 44 सेकेंड के वीडियो में सोनीपत अस्पताल में स्ट्रेचर पर लेटे मनोज ने कहा, "मैंने अपनी जेब से मुर्गियों के नंबर वाली एक पर्ची भी निकाली और निहंग को दिखाई।" पर्ची निकालते समय जेब में पड़ी बीड़ी मेरे हाथ में आ गई, जिसे देख निहंग ने गाली दी और कहा कि तुम बीड़ी पीते हो। जब मैंने कहा कि सब पीते हैं। मैं भी पीता हूं, लेकिन यहां नहीं पीता। इस पर उसने मुझे फिर से पीटा।
मनोज पासवान सत्यवान के साथ काम करते हैं, जो कुंडली बॉर्डर पर चिकन की दुकान चलाते हैं। सत्यवान ने बताया कि कुंडली व आसपास के गांवों में चिकन सप्लाई करने का उनका कारोबार है। मनोज 15-16 साल से गांवों में मुर्गियों की आपूर्ति कर रहे हैं। गुरुवार को भी रोज की तरह जब वह दुकान से अपने रिक्शे पर मुर्गियों को लेकर निकला तो रास्ते में निहंग ने उसे रोक लिया और उसकी पिटाई कर दी। सत्यवान ने बताया कि इस घटना के बाद कुंडली थाने की पुलिस उसके घर आई थी। उन्हें शिकायत दी है। वह चाहते हैं कि गरीब मनोज पासवान के साथ मारपीट करने वाले निहंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पैर टूटने से मनोज के परिवार को रोटी का संकट झेलना पड़ा है।
बता दें की सिंघू की हत्या के बाद चर्चा में बाबा अमन सिंह की टीम लखबीर सिंह हत्याकांड में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले चार निहंग, नारायण सिंह, सरबजीत सिंह, भगवंत सिंह और गोविंदप्रीत सिंह, बाबा अमन सिंह के समान पार्टी के हैं। चारों ने सोनीपत कोर्ट में पुलिस और जज के सामने लखबीर की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया है। चारों का दावा है कि लखबीर सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब में तोड़फोड़ की और इसलिए उन्होंने उसे मार डाला।