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सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर चंबल में बवाल, गुर्जर समाज के युवकों ने 3 बसों में की तोड़फोड़, बुलानी पड़ी फोर्स

सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर चंबल में गुस्सा फैल गया है। शुक्रवार शाम भिंड के मालनपुर में कुछ लोगों ने तीन बसों में तोड़फोड़ की। सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। भारी फोर्स भी बुलाई गई है।

Ishika Jain

सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर चंबल में गुस्सा फैल गया है। शुक्रवार शाम भिंड के मालनपुर में कुछ लोगों ने तीन बसों में तोड़फोड़ की। सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। भारी फोर्स भी बुलाई गई है। एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी का कहना है कि गुर्जर युवकों ने तोड़फोड़ की है। दरअसल, कुछ दिन पहले ग्वालियर में सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति स्थापित की गई थी। इसके बाद इसे मुरैना में भी रोपा गया। इस मूर्ति के नीचे के शिलालेख में उन्हें गुर्जर बताया गया है। इस बात को लेकर दो वर्गों के बीच विवाद खड़ा हो गया है। यह विवाद अब धीरे-धीरे वर्ग संघर्ष का रूप लेता जा रहा है।

दिन में किया हंगामा

मुरैना में गुरुवार को एक जाति के लोगों ने दिन में MS रोड पर जाम लगाया था। उन्होंने मांग की कि सम्राट मिहिर भोज की पट्टिका पर जिस वर्ग का नाम लिखा है, वह गलत है और उसे हटाया जाए। इस वर्ग के लोगों के हंगामा करने से पहले ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और उन्हें तितर-बितर कर वापस लौटा दिया।

बसों में की तोड़फोड़

सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर ग्वालियर और मुरैना में दो वर्गों के बीच संघर्ष बढ़ने लगा है। बादशाह को अपनी-अपनी जाति और वंश का बताकर गुर्जर और क्षत्रिय आमने-सामने आ गए हैं। मुरैना में रोड जाम के बाद गुरुवार की रात बनमोर में 12 से अधिक युवकों ने मुरैना और ग्वालियर के बीच चलने वाली बसों में तोड़फोड़ की। यात्री जान बचाने के लिए चिल्लाने लगे। फिलहाल किसी यात्री के हताहत होने की खबर नहीं है। माना जा रहा है कि यह दिन में पहले किए गए विरोध प्रदर्शन की प्रतिक्रिया है। वर्ग संघर्ष की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने मुरैना में अगले तीन दिन तक स्कूल और कोचिंग संस्थान बंद रखने के देर रात आदेश जारी किया है। और शुक्रवार से शहर में जगह-जगह पुलिस की तैनाती की जा रही है।

पुलिस के सामने ही फाड़े पोस्टर

यात्रियों के मुताबिक बनमोर में थाने के सामने लड़कों ने एक खास वर्ग के लोगों के पोस्टर फाड़ दिए। बताया जाता है कि एक तरफ युवक पोस्टर फाड़ रहे थे तो दूसरी तरफ थाना प्रभारी समेत अन्य कर्मचारी खड़े देख रहे थे।

ग्वालियर में सख्ती से लागू होगा NSA

ग्वालियर में कलेक्टर और एसपी ने दोनों जातियों के संगठन नेताओं को बुलाया और कहा की – बादशाह मिहिर किसी भी वंश या सम्प्रदाय के हो सकते हैं, लेकिन उनको लेकर शहर में माहौल न बिगाड़ा जाए। अगर चेतावनी के बाद भी कोई नहीं मानता और ऐसा काम करता है, जिससे सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बिगड़ता है तो उसे एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) और जिलाधिकारी की कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए। मामला कोर्ट में है और फैसला आने तक किसी भी तरह का विवाद न करें।

बता दें की कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह व एसपी अमित सांघी के कहने पर दोनों पक्षों ने आपस में गले मिलकर वादा किया है कि वे किसी भी तरह का विवाद नहीं करेंगे। वह पुलिस और प्रशासन का भी सहयोग करेंगे। वहीं, दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने और कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ प्रशासन और पुलिस कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है।

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