जयपुर में बच्चों से भीख मांगने वाला गिरोह फल-फूल रहा है। वे रेड लाइट, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन, जलमहल में अन्य पर्यटन स्थलों पर ढेर लगाते हैं। गिरोह के लोग बच्चों से भीख मंगवाते हैं। भीख मांगने वाले बच्चों को छुड़ाने गए 'बचपन बचाओ' आंदोलन की टीम के साथ गिरोह ने मार – पीट की और बच्चों को भी ले गए। उन्होंने हमले की सूचना मानसरोवर पुलिस को दी। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही गिरोह के सदस्य भाग चुके थे। टीम ने मानसरोवर थाने में मारपीट का मामला दर्ज किया है।
परियोजना अधिकारी देशराज सिंह ने बताया कि मानसरोवर स्टेशन के पास लाल बत्ती पर चार बच्चे सड़क पर भीख मांग रहे थे। उन्हें बचाने के लिए बचपन बचाओ आंदोलन की टीम मेट्रो स्टेशन के पास पहुंची। टीम ने बच्चों को छुड़ाकर अपनी कस्टडी में ले लिया। तभी वहां कुछ लोग आ गए। वे टीम के साथ बदसलूकी करने लगे और बच्चों को ले जाने पर अड़े रहे। टीम ने पुलिस को बुलाया। कुछ देर बाद उन्हें बताया गया कि पुलिस आ जाएगी। लेकिन काफी देर तक पुलिस वहां नहीं पहुंची।
गिरोह के सदस्य उनसे उलझ गए और जबरदस्ती बच्चों को ले जाने लगे। उनके बीच बहस छिड़ गई। टीम ने उन्हें बच्चों को नहीं ले जाने के लिए कहा। फिर वे झगड़ने लगे। उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। उन्हें लात-घूंसों से पीटते हुए दो लोगों के सिर फोड़ दिए। टीम के सदस्यों को धमकाकर वे चले गए। गिरोह के बदमाशों के फरार होने के बाद पुलिस वहां पहुंची। और बदमाशों का कुछ पता नहीं लगा। फिर टीम ने मानसरोवर थाने में बच्चों से भीख मंगवाने और मारपीट का मामला दर्ज करवाया।