अपराध

NHAI अधिकारी की हत्या: कंपनी मालिक ने हत्या के लिए दी थी 15 लाख रुपये की सुपारी, जानिए क्या हैं पूरा मामला

जयपुर में एक सेवानिवृत्त एनएचएआई अधिकारी की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 14 फुट ओवर ब्रिज के डिजाइन को लेकर कंपनी के ठेकेदारों से विवाद हो गया था। 15 लाख रुपए में हरियाणा से शूटर को बुलाकर हत्या कर दी गई।

Vineet Choudhary

डेस्क न्यूज़- जयपुर में एक सेवानिवृत्त एनएचएआई अधिकारी की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 14 फुट ओवर ब्रिज के डिजाइन को लेकर कंपनी के ठेकेदारों से विवाद हो गया था। 15 लाख रुपए में हरियाणा से शूटर को बुलाकर हत्या कर दी गई।

हत्या के लिए दी थी 15 लाख की सुपारी

पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि करणदीप श्योराण (29) निवासी साकेत कॉलोनी हिसार हॉल किराएदार गुरुग्राम, नवीन बिस्ला (31) निवासी ग्राम उरलाना पानीपत हरियाणा, विकास (33) निवासी हिसार सिटी हॉल किराएदार गुरुग्राम, अमित नेहरा (26) निवासी आलमपुर भिवानी हरियाणा हॉल रेंट गोल्फ सेक्टर 65 गुरुग्राम हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया गया है। 26 अगस्त को हरियाणा के फरीदाबाद निवासी आरके चावला प्रगति बैठक में शामिल होने जयपुर आए थे। वह जैसे ही सभा से बाहर आया, दो युवकों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। दोनों भाग गए। पुलिस ने भागने के बाद 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। उन्हें ब्लैक फॉर्च्यूनर में दौड़ते हुए देखा गया था। उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। इसके बाद पुलिस ने कंपनी के ठेकेदारों और कर्मचारियों से पूछताछ शुरू कर दी।

मुख्य आरोपी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी का मालिक

गिरफ्तार करणदीप मुख्य आरोपी है। मेसर्स ई5 इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी का मालिक है। विकास देवंदा और नवीन दोनों इंजीनियर हैं। वह करणदीप की कंपनी में काम करता है। वे आपस में बातें करते थे। योजना बनाई कि आरके चावला कंपनी के संचालन में काफी परेशानी पैदा कर रहे हैं। इसे सबक सिखाया जाना चाहिए। फिर दो निशानेबाजों को 15 लाख रुपए में सुपारी दी गई।

गुरुग्राम सें साथ लाए थे शूटर

विकास और नवीन बैठक में शामिल होने आए थे। ये दोनों शूटर को गुरुग्राम से साथ लाए थे। पहले ही बाहर आकर चावला को दिखा दिया। बाहर आते ही दोनों ने आरके चावला की हत्या कर दी। बाद में विकास और नवीन गुरुग्राम पहुंचे और करणदीप को सारी बात बताई। पुलिस शूटर की तलाश कर रही है।

क्या है पूरा मामला?

गुरुग्राम से जयपुर तक 35 करोड़ रुपये में 14 फुटओवर ब्रिज बनने थे। इसका टेंडर करणदीप की कंपनी को मिला था। कंपनी ने समय पर प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया। कंपनी पर 3.5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। करणदीप ने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए समय मांगा था। इसलिए बैठक जयपुर में की गई। इस बैठक में कंपनी के कर्मचारी आरके चावला और एनएचएआई हरिसिंह मौजूद थे।

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