डेस्क न्यूज- लखीमपुर खीरी में किसानों और भाजपा नेताओं के बीच हुई झड़प में 9 लोगों की मौत हो गई है। घटना के कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जहां किसानों की भीड़ में कुछ लोगों ने भिंडरांवाला की टी-शर्ट पहन रखी है। जरनैल सिंह भिंडरावाला की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहने कुछ लोग वाहनों पर हमला करते दिख रहे हैं। वे हाथों में लाठी-डंडे भी लिए हुए हैं। भिंडरावाला का किसानों से कोई लेना-देना नहीं है। आंदोलन के बीच कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है कि उनकी टी-शर्ट पहने लोग वहां क्या कर रहे थे। ऐसे में यह घटना भी किसी साजिश की ओर इशारा कर रही है।
लखीमपुर में हुई हिंसा में मारे गए 9 लोगों में 4 किसान, 4 बीजेपी कार्यकर्ता और 1 पत्रकार हैं। किसान संगठनों ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर कार से कुचलकर मारने का आरोप लगाया है। मंत्री और सांसद मिश्रा ने इसका खंडन किया है और आंदोलनकारियों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाया है। घटना को लेकर राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा का कहना है कि वह वहां मौजूद ही नहीं थे। वह तो दंगल के आयोजन में व्यस्त था और जिस वाहन से हादसा हुआ, उसमें वह भी नहीं था। उसमें उनके कार्यकर्ता थे।
जरनैल सिंह भिंडरावाला का असली नाम जरनैल सिंह बराड़ है। वह पंजाब में सिखों के एक धार्मिक समूह दमदमी टकसाल के प्रमुख नेता थे। उन्होंने आनंदपुर साहिब प्रस्ताव का समर्थन किया। अगस्त 1982 में, भिंडरावाला और अकाली दल ने 'धर्म युद्ध मोर्चा' शुरू किया। इसका उद्देश्य आनंदपुर संकल्प में व्यक्त उद्देश्यों को प्राप्त करना था। वह भारतीय सेना के साथ लड़ाई में मारा गया था।