डेस्क न्यूज़- आंध्र प्रदेश में जानवरों पर अत्याचार की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पश्चिम गोदावरी जिले के लिंगापालम गांव की पंचायत के सदस्यों ने करीब 300 कुत्तों को जहरीला इंजेक्शन देकर मार डाला। इसके बाद गांव के तालाब के पास गड्ढा खोदकर वहां सभी कुत्तों को दफना दिया।
मामला तब सामने आया जब एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट चल्लापल्ली श्रीलता ने 29 जुलाई को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उनकी शिकायत पर पुलिस ने ग्राम पंचायत के सचिव और सरपंच के खिलाफ पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
खबरों के मुताबिक लिंगापालम गांव के लोग कुत्तों से परेशान थे। ग्राम पंचायत ने उन्हें मारना उचित समझा। फाइट फॉर एनिमल्स एक्टिविस्ट श्रीलता ने बताया कि जब उन्होंने गांव का दौरा किया तो उन्हें तालाब के पास कुत्तों के शव सड़ते हुए मिले। गांव के लोगों ने उसे बताया कि ऐसा पंचायत के कहने पर किया गया है.
कर्नाटक के हासन जिले में गुरुवार सुबह करीब 36 बंदर मृत पाए गए। पुलिस के मुताबिक, उन्हें जहर देकर बोरों में भरकर बेलूर इलाके में फेंक दिया गया था। ये सभी बंदर बोनट मैकाक प्रजाति के थे, जो आमतौर पर दक्षिण भारत में पाए जाते हैं। इस मामले की जांच भी चल रही है।
अलवर जिले के रैनी कस्बे में एक माह पूर्व एक व्यक्ति ने कुत्ते को बांधकर उसकी तीन टांगें कुल्हाड़ी से काट दीं। कुत्ते को पीड़ा होती रही, लेकिन उस आदमी ने दया नहीं की। आखिर कुत्ता मर गया। पुलिस ने घटना के संबंध में एक ही परिवार के 4 लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
पंजाब के पटियाला में 20 जून को दो महिलाओं ने स्कूटी से बंधे कुत्ते को घसीटा। लोगों के रोकने के बाद भी दोनों नहीं मानी। इस घटना में कुत्ता बुरी तरह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए एक एनजीओ में लाया गया, लेकिन दो दिन बाद उसकी मौत हो गई।