पीलीभीत : जिले में सामूहिक दुष्कर्म के बाद नाबालिग छात्रा की हत्या के मामले में आखिरकार पुलिस ने सोमवार को भारी पुलिस बल के साथ शव का अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं इस पूरे मामले को लेकर विपक्ष समेत बड़ी संख्या में छात्र पुलिस महकमे पर नाराजगी जताते नजर आ रहे हैं।
जिले के बरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव में 16 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आया है। रविवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद जब बच्ची का शव गांव पहुंचा तो परिजनों ने तमाम मांगों को लेकर अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था।
सोमवार को तमाम अधिकारियों के प्रयास के बाद परिजन अंतत: शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गए, लेकिन इस बीच गैंगरेप के बाद छात्रों ने हत्या के मामले को लेकर आंदोलन छेड़ दिया है। शहर के डिग्री कॉलेज चौराहे पर बड़ी संख्या में जमा हुए छात्रों ने हाईवे जाम कर धरना दिया। स्थानीय थाना अध्यक्ष मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए छात्रों ने प्रदर्शन किया और कहा कि आरोपियों को फांसी दी जानी चाहिए। जब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, वह धरना नहीं छोड़ेंगे।
नाबालिग बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में देर रात तक समाजवादी नेता पीड़िता के गांव में ही रहे। वहीं, पुलिस प्रशासन के जाने के बाद ही समाजवादी नेता मौके से चले गए और सोमवार की सुबह एक बार फिर पार्टी के सभी नेता अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे। पार्टी नेताओं की माने तो पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सोमवार देर शाम जिले भर में कैंडल मार्च भी निकाला जाएगा।
बता दें कि बरखेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 16 वर्षीय छात्रा शनिवार की सुबह घर से ट्यूशन पढ़ने निकली थी। काफी देर तक छात्रा के नहीं लौटने पर परिजनों ने पुलिस से संपर्क किया और किशोरी के अपहरण की आशंका जताई। परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
तलाशी के दौरान पुलिस को देर रात गांव के पास स्थित गन्ने के खेत में नाबालिग बच्ची का शव मिला। आशंका जताई जा रही है कि नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या की गई है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।