अपराध

इंदौर में हाईटेक सेक्स रैकेट का भांडाफोड़, वेबसाइट के जरिए सलेक्ट होती लड़किया और फिर होटल या ग्राहकों के फ्लैट में जाती लड़किया

इंदौर पुलिस ने हाईटेक सेक्स रैकेट को पकड़ा है, इसे वेबसाइट बनाकर चलाया जा रहा था, पुलिस ने मंगलवार को योजना-114 से गुरुग्राम व रायसेन की दो लड़कियों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है

Deepak Kumawat

डेस्क न्यूज़- इंदौर पुलिस ने हाईटेक सेक्स रैकेट को पकड़ा है, इसे वेबसाइट बनाकर चलाया जा रहा था, पुलिस ने मंगलवार को योजना-114 से गुरुग्राम व रायसेन की दो लड़कियों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है, इस रैकेट से शहर के कुछ कारोबारियों और बिल्डरों के भी जुड़े होने की बात सामने आ रही है।

लड़कियां होटल या ग्राहकों के फ्लैट में जाती थीं

आरोपियों ने वेब डेवलपर्स की मदद से अपनी एस्कॉर्ट सर्विस की वेबसाइट तैयार की है, वेबसाइट इतनी हाईटेक है कि ग्राहक खुलते ही कॉलिंग और मैसेजिंग एप के जरिए सीधे जुड़ जाते थे, इस पर गैंगस्टर अपने पास उपलब्ध एस्कॉर्ट सर्विस की लड़कियों की फोटो तुरंत ग्राहकों को भेजता था, जब सौदा तय हो जाता तो लड़कियों को उसके पास भेज दिया जाता, दलाल नीरज के माध्यम से लड़कियां होटल या ग्राहकों के फ्लैट में जाती थीं।

रैकेट में पकड़ी गई लड़कियां कभी दिल्ली में काम करती थीं

सेक्स रैकेट के सरगना ने वेबसाइट का फेसबुक पेज भी मेनटेन किया था, इस पर भी मैसेज के जरिए डील हुई, पुलिस ने आरोपितों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है, रैकेट में पकड़ी गई लड़कियां कभी दिल्ली में काम करती थीं, अधिक पैसा कमाने के लिए इस पेशे में आए।

एसपी आशुतोष बागड़ी ने बताया कि दलाल नीरज वेबसाइट के जरिए ग्राहकों की तलाशी लेता था। इसके बाद जब डील पक्की हो जाती थी कि लड़की को कहां पहुंचना है, किस कार से पहुंचना है, कार के नंबर से लेकर फाइनल तक, यही सब तय होता था। उसने इंदौर के लसूदिया थाना क्षेत्र में 8 माह पूर्व योजना संख्या-114 में एक फ्लैट किराए पर लिया था। यहीं पर रैकेट चल रहा था।

दिल्ली में काम करती थी लड़कियां

पूछताछ में पकड़ी गई महिलाओं ने बताया कि पहले वे दिल्ली में काम करती थीं, वहां ऐसा लगा कि उनकी कंपनी के अधिकारी भी अपनी नजदीकियां बढ़ाना चाहते हैं, उनके दिल्ली प्रवास के दौरान कई बार लोगों ने उनका शारीरिक शोषण करने की कोशिश की, इसके बाद उन्होंने इस काम को पैसे कमाने का जरिया बना लिया, प्रोफेशनल बनकर इस बिजनेस में उतरे, वेबसाइट पर अपनी तस्वीरें पोस्ट करें, यहां से दलालों से संपर्क किया जाता।

बैठक वेबसाइट पर तय की गई थी

वेबसाइट पर सर्च करते ही लड़की से ऑनलाइन मुलाकात तय हो गई, जगह का चयन किया गया था, इसके बाद ग्राहक द्वारा बताए गए स्थान पर लड़की को भेज दिया जाता, इस वजह से ग्राहकों और गिरोह में शामिल लड़कियों को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए एक चुनौती थी, गिरफ्तार युवक उज्जैन, राजस्थान और इंदौर के रहने वाले हैं।

अनुरक्षण सेवा क्या है

4 साल पहले साइबर सेल ने एस्कॉर्ट सर्विस देने वाली 3 वेबसाइट के दलालों को पकड़ा था, उनसे चौंकाने वाले खुलासे हुए, पूछताछ से पता चला कि 400 से अधिक वेबसाइटें समान एस्कॉर्ट सेवा प्रदान करती हैं, इसमें इंदौर से जुड़ी 20 से 30 साल की लड़कियों के फोटो का इस्तेमाल कर 25 हजार से ज्यादा का डेटाबेस फीड किया गया है।

फ्लाइट से बाहर से आती-जाती लड़कियां

साइबर सेल का दावा है कि इंदौर के लगभग सभी नामी होटलों में रोजाना ऐसी वेबसाइट से लड़कियां दूसरे शहरों से फ्लाइट से आ रही हैं, यहां की लड़कियों को इसी तरह दूसरे शहरों में भेजा जा रहा है, साइबर सेल ने इससे पहले दो दलालों और ऐसी तीन वेबसाइटों से जुड़ी वेबसाइट के डिजाइनर को गिरफ्तार किया था।

अच्छे घर की लड़कियां भी हैं इस धंधे में

साइबर सेल की पकड़ में आई तीनों वेबसाइटों को पोर्टल से हटा दिया गया, इस संबंध में सेल ने वेबसाइट होस्ट करने वाली कंपनियों को एक ई-मेल भेजा था, जिन वेबसाइटों पर तीनों वेबसाइटों के विज्ञापन किए गए थे, उन्हें भी हटा दिया गया है, इन वेबसाइटों पर जिन लड़कियों के नंबर जारी किए गए उनमें से कुछ संभ्रांत घरों से निकलीं, वहीं किसी ने महंगे शौक पूरे करने के लिए ये काम किया तो किसी ने दोस्त के कहने पर ये काम किया।

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