भारत में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का ग्राफ नीचे लुढ़क रहा है. दुनियाभर के देश कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करने के लिए खुद आगे आए हैं. लेकिन इन सब के बीच कुछ लोग मुनाफा कमाने के चक्कर में सारी हदें पार कर लोगों की जान मुसीबत में डाल रहे है. दिल्ली पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो इस संकट के समय में इस्तेमाल किए हुए सर्जिकल ग्लव्स धोकर फिर से बेच रहा था.
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने दो गोदामों से छापेमारी कर
848 किलोग्राम इस्तेमाल किए हुए दस्ताने बरामद किए है. दिल्ली पुलिस ने
बताया कि इन दस्ताने को धोने के बाद कथित तौर पर दोबारा पैक करने के
आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है और इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है.
बीते 5 मई को भी इसी तरह का मामला यूपी के गाजियाबाद से सामने आया था. जहां के लोनी क्षेत्र में एक फैक्ट्री में कुछ लोग अस्पताल में प्रयोग किए गए दस्तानों की धुलाई कर उन्हें नए डिब्बों में पैकिंग कर बेच रहे थे. इस मामले में ट्रॉनिका सिटी पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने धावा बोलकर फैक्ट्री से 98 बोरी इस्तेमाल किए हुए गंदे दस्ताने व 60 बोरी धुले दस्ताने और पैकिंग मटेरियल जब्त किया. इस दौरान पुलिस ने फैक्ट्री में मौजूद दो धुलाई मशीन, एक सुखाने वाली मशीन और एक वाशिंग मशीन बरामद की.
दिल्ली पुलिस ने बीते 7 मई को दक्षिण दिल्ली के प्रसिद्ध खान चाचा रेस्टोरेंट से 419 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर जब्त करने के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने कहा कि छापेमारी के दौरान लैपटॉप में बरामद ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स के चालान मिले. अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) के स्टिकर जो 69,999 रुपये प्रति कॉन्सेंट्रेटर की कीमतों को दशार्ते हैं, भी बरामद किए गए. कालाबाजारी के आरोप में पुलिस ने खान चाचा रेस्टोरेंट के मालिक और कारोबारी नवनीत कालरा को भी अरेस्ट किया है.