मुंबई – मुंबई में सोमवार को तीन लोगों पर एक कैब ड्राइवर ने उन पर हमला करने और उनसे जबर्दस्ती "जय श्री राम" का नारा बोलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। कैब ड्राइवर फैसल उस्मान खान ने एक अखबार को बताया कि सोमवार सुबह करीब 3 बजे वह मानव कल्याण अस्पताल से यात्रिकों को लेने जा रहा था।
कैब ड्राइवर ने कहा कि मैं पार्किंग लाइट्स पर कार को फिर से चालू करने की कोशिश कर रहा था, जब एक स्कूटर पर तीन आदमी पीछे से आए और खिड़कियों को खोलना शुरू कर दिया। वे शराब पी रहे थे और जानना चाहते थे कि मैंने अपने वाहन को सड़क के बीच में क्यों रोका था। उन लोगो ने फिर चाबी ले ली और मुझे मारना शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा कि उन बदमाशों ने उनके और उनके धर्म के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया और उनसे कहा कि वे "जय श्री राम" का जाप करें।
पुलिस को दिए अपने बयान में, फैसल ने कहा कि आरोपियों ने उसे मारा और जब उसने 'या अल्लाह' चिल्लाया, तो उन्होंने उसे और भी अधिक मारना शुरू कर दिया और उसे "जय श्री राम" का बोलने के लिए कहा।
जब कैब में मौजूद एक यात्री ने पुलिस को फोन करना चाहा तो आरोपियों ने उस यात्री के साथ भी मारपीट शुरू कर दी।
फैसल ने बाइक का नंबर नोट कर लिया था और इससे पुलिस को हमलावरों को पकड़ने में मदद मिली।
पुलिस ने कहा कि "पीड़ित फैसल ने बाइक के पंजीकरण नंबर को नोट किया था, जिससे हमें आरोपियों का पता लगाने में मदद मिली। उस दिन बाइक 26 वर्षीय जयदीप मुंडे की थी, उनके साथ 30 वर्षीय मंगेश मुंडे और 22 वर्षीय अनिल सूर्यवंशी भी थे पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ठाणे पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ये सभी अगसान गांव के निवासी हैं। आरोपियों के खिलाफ कोई पिछला मामला नहीं है।
इन सभी आरोपियों पर भारत-दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें (295-ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) जिसका उद्देश्य किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना है), 392 (लूट), 504 (जानबूझकर अपमान) शांति भंग करने का इरादा) और 506 (आपराधिक धमकी) शामिल है।