डेस्क न्यूज. तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर शुक्रवार को संयुक्त अरब अमीरात एम्बेसी का बैग कस्टम अधिकारियों ने पकड़ा था। इसके बाद यूएई के अधिकारियों ने तिरुवनंतपुरम में मंगलवार को कहा है कि तस्करी के इस मामले में हमारे किसी भी डिप्लोमैट का हाथ नहीं है। भारत में यूएई के राजदूत अहमद अल बन्ना ने कहा कि वे इस मामले के लिए केरल के अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं। कस्टम अधिकारियों को एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी की खबर लगी थी।
मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने एक डिप्लोमैटिक बैग को जब्त किया। इसमें केरल स्थित यूएई के कान्सुलेट का पता था। यह बैग यूएई से एक चार्टर्ड फ्लाइट से एयरपोर्ट लाया गया था और इसमें 30 किलो सोना था।
तिरुवनंतपुर में यूएई कॉन्सुलेट ने एक स्टेटमेंट भी जारी किया। इसमें कहा गया- इस मामले में हमारे डिप्लोमैट का कोई हाथ नहीं है। तस्करी में शामिल किसी व्यक्ति द्वारा डिप्लोमैटिक चैनल का इस्तेमाल किए जाने की हम निंदा करते हैं।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि कॉन्सुलेट के लिए स्थानीय स्तर पर रखा गया एक कर्मचारी इस काम में शामिल है। हालांकि, इस कर्मचारी को तस्करी की घटना से पहले ही गलत गतिविधियों के चलते नौकरी से हटा दिया गया था। उसने कॉन्सुलेट में अपनी जानकारी और संबंधों का आपराधिक गतिविधि के लिए इस्तेमाल किया।
केरल पुलिस ने इस मामले में कॉन्सुलेट के दो पूर्व कर्मचारियों सरिथ कुमार और स्वप्न सुरेश को आरोपी बनाया है। सरिथ कुमार इस बैग को लेने के लिए फेक आईडी लेकर एयरपोर्ट गया था।
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