फतेहपुर: जिले में अपने मित्रों की मदद से पति की हत्या के बाद महिला तीन दिन तक शव को घर में छिपाए रहीं। इसके बाद कुएं में शव फेंक दिया। पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर शव को कुएं से बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
इसके साथ ही हत्यारोपी पत्नी को हिरासत में लेकर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस हत्याकांड का खुलासा मृतक की बेटी ने किया है। थाना क्षेत्र के कौड़िया गांव निवासी महाबीर की पुत्री उमा की दूसरी शादी कन्नौज जिले के विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के भोजपुर गांव निवासी राम लड़ैती लोधी के पुत्र सिंकू (28) के साथ करीब सात साल पहले हुई थी।
पुलिस ने शव कई दिन पुराना होने का अंदाजा लगाया है। पेट फटने के कारण आंतें बाहर निकल आई हैं। खाल जली हुई दिखी है। जिससे जलाने की कोशिश का अंदाजा लगाया गया, लेकिन कई बार शव पुराना होने के कारण भी खाल काली पड़ जाती है, जिसे देखकर लोग जला हुआ मानने लगते हैं।
अकबरखेड़ा विद्यालय में मृतक की पुत्री कक्षा एक की छात्रा है। उसने विद्यालय में दो दिन पहले साथ पढ़ने वालों से पिता की हत्या के बारे में जानकारी दी थी। जिसके बाद पूरे गांव में चर्चा तेज हो गई थी।
उमा के पहले पति से एक बेटी थी। सिंकू से शादी के बाद उसे दो बेटियां हुई। उमा कई साल से पति के साथ पिता के पुश्तैनी घर औंग के विक्रमपुर अकबरखेड़ा में रहती है। पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। ग्रामीणों के मुताबिक 10 नवंबर से सिंकू गांव में दिखाई नहीं दे रहा था। बीकमपुर मार्ग स्थित पुराने सपाट कुएं से रविवार दोपहर दुर्गंध आने पर ग्रामीणों ने प्रधान विक्रमपुर रामशंकर उर्फ गोरेलाल को सूचना दी। प्रधान ने पुलिस को खबर दी। कुएं में गैस होने की वजह से काफी प्रयास के बाद शव को नहीं निकाला जा सका।
दमकल टीम ने रस्सी और कांटे के सहारे शव को बाहर निकाला। शव की पहचान सिंकू के रुप में कन्नौज से आए उसे भाई सुदामा, चंचल और दिलीप ने की। भाइयों के आरोप पर पुलिस ने मृतक की पत्नी उमा देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सुदामा ने बताया कि कई दिनों से भाई से संपर्क नहीं हो पा रहा था। उमा भी सही जवाब नहीं दे रही थी। इसलिए वह लोग खोजबीन करने आए थे। इस दौरान मृतक की कक्षा एक में पढ़ने वाली छोटी पुत्री ने चाचा को पिता की हत्या की जानकारी दी।
उसने बताया कि मां और उसके साथ मौजूद तीन लोगों ने पिता को घर में मार डाला। मारने के बाद लाश को भूसे की कोठरी में छिपाया था। इसके तीन दिन बाद शव को कोठरी से निकाल कर कुएं में फेंका है।