डेस्क न्यूज़- उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष की कार से कुचलकर किसानों की मौत के मामले में पुलिस ने आशीष के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। आशीष समेत 14 लोगों के खिलाफ दंगा और साजिश का मामला भी दर्ज किया गया है। किसानों के आंदोलन के बीच रविवार को LAKHIMPUR KHIRI में हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई। वही आज एक पत्रकार रमन का शव मिला है। अब मृतकों की संख्या 9 हो गई है।
इधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी देर रात दिल्ली से मृतकों के परिजनों से मिलने लखनऊ पहुंची थीं। कुछ देर बाद वह लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं। लेकिन प्रियंका गांधी को पुलिस ने सीतापुर जिले के हरगांव बॉर्डर पर सुबह साढ़े पांच बजे हिरासत में ले लिया। प्रियंका पुलिस की नजरों से बचते हुए रास्ता बदलकर लखीमपुर जा रही थी। उसे पीएसी गेस्ट हाउस ले जाया गया है। डीएम एसपी समेत भारी पुलिस बल मौके पर है। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी लखीमपुर-खीरी जाने की बात कही थी। उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
बता दे कि रविवार रात अधिकारियों के साथ बैठक के बाद योगी सरकार ने नेताओं के लखीमपुर जाने पर रोक लगा दी थी। उन्होंने कहा है कि जो भी बाहर निकलने की कोशिश करेगा उसे गिरफ्तार किया जाएगा। सिर्फ भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को लखीमपुर जाने की इजाजत मिली है। डीजीपी की ओर से कहा गया है कि एडीजी एलओ, एसीएस एग्रीकल्चर, आईजी रेंज और कमिश्नर मौके पर हैं और स्थिति नियंत्रण में है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त तैनाती की गई है।
बताया जा रहा है कि पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, आजाद समाज प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, बसपा महासचिव सतीश मिश्रा, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव समेत तमाम नेताओं ने जिले में पहुंचकर पीडितों के परिजनों से मिलने की तैयारी में है। फिलहाल लखनऊ में अखिलेश यादव के घर के बाहर पुलिस का पहरा है। वही लखनऊ में बसपा नेता सतीश मिश्रा को रविवार रात ही नजरबंद कर दिया गया था. चंद्रशेखर आजाद देर रात खीरी के लिए रवाना हुए। उनके काफिले को सीतापुर टोल प्लाजा पर रोका गया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर आज लखीमपुर पहुंचेंगे।
गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा बोले- "मेरा बेटा घटना के दौरान वहाँ मौजूद ही नहीं था" मिश्रा ने कहा कि BJP के 3 कार्यक्रताओं की हत्या हुई, मेरे ड्राइवर को मार दिया गया है, हमारी गाड़ी जला दी गई, 302 के तहत मुक़दमा दर्ज करवाउँगा"
उधर, भारतीय किसान संघ के प्रवक्ता राकेश टिकैत देर रात लखीमपुर के तिकुनिया पहुंचे। उन्होंने मौके का मुआयना किया। इसके बाद मृत किसानों के अंतिम दर्शन किए गए। उन्होंने 5 बड़ी मांगें उठाई हैं। सबसे बड़ी मांग केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा, उनके बेटे आशीष मिश्रा मोनू की गिरफ्तारी की है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। प्रशासन किसानों को मनाने में लगा हुआ है।
राकेश टिकैत नें 5 बड़ी मांगे रखी हैं जिसमें प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगानें, मृतकों के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया दिलाने, मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने, सांसद के बेटे समेत 9 नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी और अजय मिश्रा की मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग शामिल हैं।